- पैदा होने के चार घंटे बाद लिया गया नमूना

- जच्चा-बच्चा का कोरोना वार्ड में चल रहा इलाज

बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कालेज में संक्रमित प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया। चार घंटे बाद उसकी सैंपलिंग की गई। कोरोना जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है। डाक्टर अब इस बिंदु पर शोध की तैयारी कर रहे हैं कि नवजात गर्भ से संक्रमण लेकर पैदा हुआ या पैदा होने के बाद संक्रमित हुआ। पूर्वाचल में नवजात में संक्रमण का यह दूसरा मामला है। इससे पहले सितंबर में एक और नवजात संक्रमित मिल चुका है।

देवरिया की तरकुलवा निवासी 23 वर्षीय प्रसूता 12 अक्टूबर को मेडिकल कालेज में भर्ती कराई गई। उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। आपरेशन से पहले एहतियात के तौर पर कोरोना संक्रमण की जांच कराई गई, तो रिपोर्ट पाजिटिव आई। कोविड प्रोटोकाल के तहत आपरेशन से उन्होंने बच्चे को जन्म दिया। चार घंटे बाद नवजात का नमूना लिया गया। 16 अक्टूबर को रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। कोरोना वार्ड में दोनों का इलाज चल रहा है।

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सितंबर में संक्रमित मिला था पहला नवजात

पिपराइच की एक प्रसूता को 21 सितंबर को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। वह कोरोना संक्रमित थीं। 22 को उनका प्रसव कराया गया। 23 को कोरोना जांच के लिए नवजात का नमूना लिया गया। 24 सितंबर को रिपोर्ट पाजिटिव आई। दोनों में कोई लक्षण नहीं थे। 10 दिन के बाद उनकी पुन: जांच कराई गई तो मां-बेटे पाजिटिव आए थे।

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संक्रमित मां से अलग रखे जाते हैं नवजात

जिन नवजातों में संक्रमण नहीं है, उन्हें संक्रमित मां से अलग रखा जाता है। इसके लिए कोविड नर्सरी बनाई गई है, जहां डाक्टर व स्टाफ नर्स की टीम उनकी देखरेख करती है। उन्हें दूध पिलाने के लिए पूरी सुरक्षा के साथ मां के पास लाया जाता है।

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मेडिकल कालेज में दूसरे नवजात में संक्रमण की पुष्टि हुई है। जच्चा-बच्चा का कोरोना वार्ड में इलाज चल रहा है। इससे पहले ऐसा ही एक मामला सितंबर में आया था।

-डा.गणेश कुमार, प्राचार्य, बीआरडी मेडिकल कालेज

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कोरोना काल में संक्रमित प्रसूताओं के प्रसव

- कुल प्रसव- 108

- सामान्य- 27

- आपरेशन- 81

- कुल पैदा हुए बच्चे- 117

- जुड़वा बच्चों वाली प्रसूताएं- 06

- चार बच्चे जनने वाली प्रसूता- 01

- संक्रमित नवजात- 02

- संक्रमण मुक्त बच्चे- 115