- आयुष्मान स्कीम के तहत फ्री में हुई एंजियोप्लास्टी

- वहीं एक मरीज का हुआ घुटने का ट्रांसप्लांटेशन

- अब तक 7602 लोगों को दी जा चुकी है फैसिलिटी

केस - 1

संतकबीरनगर के पूर्णमासी प्रजापित के दिल का कायाकल्प हो गया। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना 'आयुष्मान भारत' के जरिए यह मुमकिन हुआ है। पूर्णमासी मुंबई में रहते हैं। मई में वह अपने घर आए थे कि अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। कई जगह डॉक्टर्स को दिखाया फिर उन्हें बताया गया कि किसी हार्ट डिजीज एक्सपर्ट को दिखाएं। उन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत लिस्टेड हॉस्पिटल में गोरखपुर लेकर पहुंचे। हॉस्पिटल आए और अपना गोल्डन कार्ड दिखाया। आरोग्य मित्र ने मदद किया और पूर्णमासी के हार्ट की फ्री ऑफ कॉस्ट एंजियोप्लास्टी हो गई।

केस - 2

फाइनेंशियली वीक शीतल सड़क दुर्घटना में चोटिल हो गए। वह इलाज के लिए दर-दर भटके लेकिन पैर में गंभीर चोट की वजह से उन्हें इलाज का लंबा चौड़ा खर्च बताया गया। जब शीतल को इलाज का खर्च पता चला तो वह लोग पल्स हास्पिटल से भी वापस चले गए। आयुष्मान भारत योजना के तहत इमपैनल्ड इस अस्पताल के डायरेक्टर डॉ। राकेश दुबे ने बताया कि जो मरीज वापस चले जाते हैं, हम उनसे भी सम्पर्क करते हैं और उन्हें आयुष्मान के बारे में बताते हैं। आरोग्य मित्र राजकुमार ने शीतल के परिवार से भी संपर्क किया और उन्हें बुलाकर उनका घुटना ट्रांसप्लांट कर दिया।

यह दो केस एग्जामपल भर हैं। ऐसे ही दर्जनों केस हैं, जहां पैसे की कमी से निराश होकर लौटे लोगों को नई जिंदगी मिली है। सीएम की पहल पर सिटी में पीएम की आयुष्मान योजना पर जिम्मेदारों का फोकस है। यही वजह है कि जहां इम्पैनल्ड हॉस्पिटल के जरिए लोगों का रेग्युलर फीडबैक लिया जा रहा है, तो वहीं सभी को इसका फायदा मिल सके, जिम्मेदार इसकी कोशिशों में भी जुटे हुए हैं। यही वजह है कि अगर सरकारी योजनाएं प्राइवेट की स्कीम्स पर हावी नजर आ रही हैं।

साढ़े सात हजार को मिल चुका फायदा

आयुष्मान भारत योजना के नोडल व एसीएमओ डॉ। एनके पांडेय ने बताया कि स्कीम के तहत कुल 2.99 लाख लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन कराया गया है। इसमें बड़ी तादाद में लोगों को इसका फायदा मिलने लगा है और वहीं काफी लोग इस स्कीम का फायदा उठाने में लगे हुए हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो जिले में कुल 7602 लोग योजना के तहत क्लेम करके स्कीम का फायदा उठा चुके हैं। जनपद में 1.20 लाख गोल्डेन कार्ड दिए जा चुके हैं। जगह-जगह शिविर का आयोजन करके गोल्डेन कार्ड बनाए जा रहे हैं।

क्या है आयुष्मान भारत योजना?

आयुष्मान भारत योजना के तहत गोरखपुर में कुल 64 अस्पताल लिस्टेड हैं., इसमें 53 हॉस्पिटल प्राइवेट हैं। योजना के तहत 1350 तरह की बीमारियों का फ्री ऑफ कॉस्ट इलाज किया जाता है। गोल्डेन कार्ड दिखाने पर बायोमैट्रिक वैरिफिकेशन के बाद पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज कराने की सुविधा है। टोल फ्री नंबर 180018004444 या 14555 पर फोन लगा कर पता लगाया जा सकता है कि कोई योजना का लाभार्थी है या नहीं।

वर्जन

आयुष्मान भारत योजना के तहत हमारा विभाग, सहज जनसेवा केंद्र के साथ कोऑर्डिनेट कर ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बनवाने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए हम समय-समय पर कैंप भी लगा रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका फायदा मिल सके।

डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ