- बाराबंकी में हुए हादसे के बाद भी गंभीर नहीं पुलिस-प्रशासन

- फुटपाथ पर सोने वालों के लिए नहीं हैं इंतजाम

GORAKHPUR: हरियाणा से बिहार जा रही बस बाराबंकी में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस में सवार 18 पैसेंजर्स की डेथ हो गई, लेकिन सभी की डेथ ट्रेलर की टक्कर की वजह से नहीं बल्कि पैसेंजर्स के बस के खराब होने के कारण नीचे उतरकर बस के आसपास जमीन में सोने से हुई। ट्रेलर ने पीछे से टक्कर मारी। नीचे सो रहे कुछ पैसेंजर्स को रौंदते हुए खड़ी बस आगे बढ़ गई। मतलब सड़क किनारे सोना बहुत डेंजरस है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में कुछ ऐसा ही दृश्य गोरखपुर की सड़कों पर भी देखने को मिला। संवेदनहीन पुलिस-प्रशासन की वजह से लोग सड़कों पर सोते नजर आए। यहां कभी भी हिट एंड रन जैसा दर्दनाक हादसा हो सकता है। इसलिए अलर्ट रहने की जरूरत है।

गोरखनाथ ओवरब्रिज पर हो सकता है हादसा

गोरखनाथ एरिया में बने ओवरब्रिज के एक ओर बने फुटपाथ पर रात 10 बजते ही सोने के लिए लोग जमा होने लगते हैं। ये गरीब तबके के लोग व मजदूर हैं। इस स्थान पर सोनौली से आने वाले ट्रक, बस ट्रेलर व डंपर की रफ्तार काफी तेज रहती है। यदि ड्राइवर की नजर हटी या आंख लगी तो दर्दनाक हादसा हो सकता है। कुशीनगर के हरीशचंद ने बताया, दिनभर मजदूरी करने के बाद इधर-उधर होटल में खाना खा लेते हैं। सोने का कहीं ठिकाना नहीं होने के कारण मजबूरन ओवरब्रिज के फुटपाथ पर सोना पड़ता है।

रेलवे ट्रैफिक चौराहा का फुटपाथ ही सहारा

रेलवे ट्रैफिक चौराहे पर रात करीब 10 बजे लोग किनारे बने फुटपाथ पर सोते मिले। कप्तानगंज के आलम ने खुद को मजदूर बताया और कहा कि मजदूरी करने के बाद कहीं भी सोने का ठिकाना नहीं मिलता है, इसलिए हर दिन फुटपाथ पर ही सोना पड़ता है। यहां भी रात में काफी तेज रफ्तार से ट्रक से लेकर बड़े वाहन गुजरते हैं।

छात्र संघ चौराहा और रेल म्यूजियम

रेल म्यूजियम के पास रात में बस, ट्रक, ट्रेलर व डंपर काफी तेज रफ्तार से चलते हुए मिले। यहां पर बस की चपेट में आने से छात्र की मौत हो चुकी है। छात्रों ने इसे लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया था। इसके बाद भी डिवाइडर पर कई लोग रात में सोते हुए नजर आए।

वर्जन

हमारी जिम्मेदारी शहर का टै्रफिक कंट्रोल करना है। यदि फ्लाई ओवर के फुटपाथ और डिवाइडर पर लोग सो रहे हैं तो गलत है। इसकी जिम्मेदारी नगर निगम की है।

आरसी गौतम, एसपी ट्रैफिक