- कई जगहों से गायब हुई कोविड हेल्प डेस्क, कहीं रहने के बाद भी नहीं फॉलो हो रहे हैं रूल

GORAKHPUR: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने देश का चैन एक बार फिर छीन लिया है। पांच राज्यों में केस बढ़ने की वजह से अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। आने-जाने वाले लोगों की निगरानी बढ़ा दी गई है। मगर गोरखपुर के सरकारी महकमों में किसी को अब कोरोना का खौफ ही नहीं रह गया है। वह खुद को पूरी तरह से कोरोना प्रूफ मानकर कामकाज में व्यस्त हो चुके हैं। कोविड गाइडलाइन को पूरी तरह फॉलो करना तो दूर, कोविड के बेसिक नियमों का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है। गुरुवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट फोटोजर्नलिस्ट राजेश राय ने शहर के सबसे अहम पांच स्पॉट्स पर जाकर कोरोना के नए वायरस से लड़ने को लेकर की गई तैयारियों की हकीकत परखी। कहीं पर भी कोरोना से लड़ने के बुनियादी इंतजाम नहीं नजर आए।

डीएम ऑफिस - डीएम ऑफिस में हजारों लोगों का आना-जाना होता है। यहीं पर एडीएम सिटी का ऑफिस भी है, जहां लोग अपनी फरियाद लेकर दिन भर घूमते रहते हैं। यहां पहले कोविड हेल्प डेस्क बनाई गई थी, लेकिन बाद में इसे बिना किसी ऑर्डर के हटवा दिया गया। अब लोग यहां पर बेरोक-टोक एंट्री कर रहे हैं।

गोरखपुर यूनिवर्सिटी मेन गेट - यूनिवर्सिटी मेन गेट में एंट्री के दौरान कुछ दिनों तक स्टूडेंट्स की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। वहीं सेनेटाइजर टनल से गुजरने के बाद ही उन्हें एंट्री दी जा रही थी, लेकिन गुरुवार को छात्र बिना किसी जांच के ही प्रवेश करते हुए नजर आए।

प्रशासनिक भवन - गोरखपुर यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन पर सेनेटाइजर टनल को किनारे रख दिया गया। वहां कोविड हेल्प डेस्क तो बनी थी, लेकिन वहां आने-जाने वालों की न तो स्कैनिंग की जा रही थी और न ही सेनेटाजर ही दिया जा रहा था।

राप्तीनगर बस डिपो - राप्ती नगर बस डिपो में भी कमोबेश यही हाल था। यहां पर कोविड हेल्प डेस्क गायब थी। वहीं पैसेंजर्स भी बेरोक-टोक एंट्री कर रहे थे। थर्मल स्कैनिंग हुई या नहीं, सेनेटाइजर लगाया है या नहीं, बिना यह पूछे ही उन्हें एंटी मिल जा रही है।

विकास भवन - विकास भवन में हजारों लोगों का आना-जान रहता है। यहां कोविड हेल्प डेस्क बनाई गई थी। यहां एक व्यक्ति की ड्यूटी भी लगी थी, जो वहीं पर बैठा था, लेकिन वहां से गुजरने वाले लोग बेरोक-टोक एंट्री कर जा रहे थे। लेकिन वहां बैठा व्यक्ति मोबाइल में व्यस्त होकर लोगों को रोकने तक की जहमत नहीं कर पा रहा था।