-जगह-जगह यूरिनल-टॉयलेट बना दिया, उसमें लाइट का नहीं दिया कनेक्शन

-दिन में तो नहीं रात में टॉयलेट यूज करने से परहेज करती पब्लिक

GORAKHPUR: रात होते ही नगर निगम के टॉयलेट में अंधेरा छा जाता है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि लोगों का ऐसा हना है। उनकी कम्प्लेन है कि रात दिन में अगर निगम के टॉयलेट यूज करो, तो गंदगी से बचना पड़ता है। वहीं अगर रात हो जाती है तो और भी बदतर हाल होता है। अधिकतर टॉयलेट में यही हाल है। गोरखपुर में नगर निगम के करीब 130 टॉयलेट हैं, लेकिन उसे बनाते समय परिस्थितियों का ध्यान नहीं रखा गया। जिसका खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। बहुत से लोग तो रात होने के बाद टॉयलेट इसलिए यूज नहीं करते क्योंकि उन्हें अंधेरे में डर लगता है।

बनकर कबाड़ हो गए यूरिनल

शहर के कई हिस्सों में जहां पर अधिक आबादी का आना-जाना होता है। वहां पर नगर निगम ने टॉयलेट तो बनवा दिए, लेकिन उनकी सफाई या फिर अन्य सुविधाओं पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। अब आप कचहरी बस स्टेशन के पास बने पिंक टॉयलेट को ही देख लिजिए। ये टॉयलेट एक तरफ तो चारो तरफ से झाडि़यों से ढका हुआ है। दूसरी तरफ इसमें उजाला भी नहीं रहता, कहीं लाइट भी नहीं लगाई गई है। इसी तरह आरटीओ चौराहे के पास पिंक टॉयलेट में रात होने के बाद कोई नहीं जाता है। यहां पर भी लाइट नहीं जलती है। इसी तरह सदर हॉस्पिटल, असुरन, टाउनहाल के आस-पास के टॉयलेट भी बदहाल हैं। जहां शाम होते ही अंधेरा छा जाता है।

कई लोग परिवार के साथ आते हैं, लेकिन अंधेरे की वजह से टॉयलेट का यूज रात में नहीं करते हैं। कचहरी बस स्टेशन के आस-पास सड़क किनारे ही यूरीन डिस्चार्ज करते हैं।

पवन कुमार

नगर निगम को टॉयलेट बनवाते समय इस बात का ध्यान देना चाहिए कि उसमें बिजली-पानी जैसे बेसिक अरेंजमेंट हो। केवल टॉयलेट बनवा देने से ही सबकुछ नहीं हो जाता है।

विशाल कुशवाहा

मैंने ट्विटर पर इसकी कम्प्लेन भी की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कई बार देखता हूं कि आरटीओ के बाहर टॉयलेट होते हुए भी। लोग सड़क पर यूरीन डिस्चार्ज करते हैं।

मो। आसिफ

बिना बिजली के टॉयलेट कौन जाएगा। एक तरफ टॉयलेट इतना गंदा कि दूर से ही बदबू आती है। दूसरी तरफ रात को तो अंधेरे में ये डर लगता है कहीं कुछ काट ना ले।

सैयद रउफ अहमद

गोरखपुर में जहां भी टॉयलेट में लाइट का अरेंजमेंट नहीं है। वहां पर इसका अरेंजमेंट कराया जाएगा। इस बार टॉयलेट में बड़ी वाली लाइट लगाने जा रहे हैं जिससे दूर से ही वो दिखाई दे। पब्लिक को कहीं भी दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।

डीके सिन्हा, अपर नगर आयुक्त