5.44 बजे शाम से 6.24 तक दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम रही मौजूद

02 किमी तक किया पैदल वॉक, जेट्टी एंट्री प्वॉइंट के अलावा कहीं नहीं मिली पुलिस

09 कुल पुलिसकर्मी तैनात थे एंट्री प्वॉइंट के पास, सभी बातों में थे बिजी

07 महिला कांस्टेबल तैनात थीं, कुर्सी जमाकर लगा रही थीं ठहाके

GORAKHPUR: सिर्फ एक दिन पहले ही रामगढ़ताल स्थित नौकायन से एक युवती ने पानी में छलांग लगा दी थी। ताल किनारे लगे लोहे की जाली पर तस्वीर खींचते हुए युवकों की फोटो हमने पब्लिश की थी। ऐसे में रामगढ़ताल पर सुरक्षा के इंतजाम जांचने दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम गुरुवार शाम वहां पहुंची। लेकिन यहां पर जो हालात देखने को मिले वह बेहद चौंकाने वाले थे। वैसे तो एंट्री प्वॉइंट पर सात महिला कांस्टेबल समेत नौ पुलिसकर्मी तैनात थे। लेकिन सभी ड्यूटी करने के बजाए बातों में ही बिजी नजर आए।

स्पॉट-1

रामगढ़ताल जेट्टी एंट्री प्वाइंट

समय: शाम 05.44

रामगढ़ताल जेट्टी के एंट्री प्वॉइंट पर ही पुलिस चौकी बनी है। सामने खाली जगह पर पार्किग है। जब दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम पहुंची तो पुलिस चौकी के सामने एक दरोगा और एक पुरुष कांस्टेबल और होमगार्ड सहित सात महिला कांस्टेबल वहां तैनात मिलीं। लेकिन वह लोगों की निगरानी करने के बजाए सेल्फी खींचने और बातों में बिजी नजर आई। जेट्टी से एंट्री करने पर कुछ लोग सुरक्षा के लिए बनी रेलिंग पर झुककर सेल्फी ले रहे थे लेकिन कोई रोकने वाला नहीं था।

स्पॉट-2 नौकायन स्थल

समय: 05.58 शाम

नौकायन पर लोगों की चहल पहल थी। फैमिली और फ्रेंड्स के साथ लोग एंज्वॉय कर रहे थे। पांच बजे के बाद बोटिंग बंद हो जाती है। लेकिन लोगों को बोटिंग प्लेटफॉर्म पर जाने से रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं था। ऐसे में इस प्लेटफार्म पर पहुंचकर कुछ युवक सेल्फी और फोटो खींचते नजर आए। बोटिंग के सेकंड प्लेटफॉर्म जाने वाली जगह सिर्फ रस्सी बंधी मिली। लेकिन गहरे अंधेरे में यह रस्सी लोगों को कितना सिक्योर कर पाएगी यह सोचने वाली बात है।

स्पॉट 3, स्पीड बोट मोटर प्लेटफार्म

समय: 06.08 बजे शाम

टीम नया सवेरा की तरफ आगे बढ़ी। यहां कुछ लोग इवनिंग वॉक कर रहे थे। यहां मोटर बोट प्लेटफार्म के पास संचालक बोट बांधकर चले गए थे। लेकिन फोटो खींचने के लिए लोगों की आवाजाही जारी थी। यहां से थोड़ी दूर कुछ यूथ जुटे थे। यह लोग केक वगैरह काट रहे थे। इस जगह पर भी कोई पुलिस कर्मचारी नहीं नजर आया। जबकि दूसरी तरफ बाइक सवार मनबढ़ शोर मचाते हुए स्टंट करते नजर आए।

स्पॉट 4, नया सवेरा एंड प्वाइंट

समय: 06.24 शाम

नया सवेरा से आगे बढ़ने पर वॉकर्स के लिए एक्सरसाइज इक्विपमेंट्स लगे हैं। यहां पर पूरी तरह से सन्नाटा था। यहां शिकारा बोट वाले प्लेटफार्म पर कुछ युवक-युवतियां दिखीं। यहां से कुछ दूर आगे बढ़ने पर अंतिम प्लेटफार्म के सामने अंधेरा और सन्नाटा ज्यादा गहरा था। यहां भी एक कपल बातों में तल्लीन नजर आया। इसी लेन में आगे जाने पर दो युवक ताल के बिल्कुल किनारे नजर आए। यह लोग रेलिंग पर लगा गेट खोलकर वहां पहुंच गए थे, जहां खतरा काफी ज्यादा होता है। एंड प्वॉइंट सन्नाटे और अंधेरे में डूबा मिला। यहां कोई वारदात हो जाए तो शोर मचाने पर भी मदद नहीं मिल सकेगी। यहां पर पुलिस या सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं मिला।

सिक्योरिटी को बता रहे थे धता, फोटो खींची तो लगा झगड़ने

अंधेरा घना होने पर दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम लौटने लगी। तभी ताल में उतरने वाली सीढि़यों पर कुछ लोग बैठे दिखाई दिए। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने उनकी फोटो खींचनी शुरू की। यह देखते ही एक युवक हमारी तरफ दौड़ता हुआ आया। वह फोटो खींचने पर ऑब्जेक्शन करने लगा। संभवत: उसके साथ कोई युवती भी थी। जब हमने उससे अंधेरे में इस तरह सीढ़ी पर जाने के रिस्क फैक्टर के बारे में बात की तो उसने भी अपनी गलती मान ली। हालांकि हमारे वापस लौटते ही वह फिर अपनी जगह पर पहुंच चुका था।

यह है शॉकिंग पहलू

इस पूरे रियलिटी चेक के दौरान जेट्टी एंट्री प्वॉइंट को छोड़ कहीं पुलिस नहीं मिली। यहां पर भी पुलिस का रवैया काफी लापरवाही भरा रहा। जाते वक्त सेल्फी और बातों का सिलसिला चल रहा था। जब हम लौटे तो महिला कांस्टेबल कुर्सियां सजाकर महफिल जमा चुकी थीं। वहां मौजूद लोगों ने भी बताया कि कोई सूचना मिलने पर पुलिस हरकत में आती है। वरना सभी दिनभर बैठकर टाइम पास करते रहते हैं। ऐसे में अगर पब्लिक के साथ कोई हादसा हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा?

यह होनी चाहिए व्यवसथा

-जेट्टी पर सुरक्षा के इंतजाम के लिए हर स्पॉट पर कांस्टेबल मूवमेंट में रहें।

- नौकायन से लेकर नया सवेरा के अंतिम छोर तक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की व्यवस्था

-शाम पांच बजे बोटिंग बंद होने के बाद किसी को प्लेटफार्म की तरफ जाने की इजाजत न दी जाए।

-अंधेरा बढ़ने पर नया सवेरा की तरफ सुनसान जगह पर महिलाओं और युवतियों की आवाजाही रोकी जाए।

-चौकी पर तैनात महिला पुलिस कर्मचारियों को अलग-अलग स्पॉट पर तैनात किया जाना चाहिए।

-नया सवेरा के अंतिम छोर पर पुलिस की पिकेट या डॉयल 112 की तैनाती होनी चाहिए।

वर्जन

नौकायन पर सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की जाती है। शोहदों और मनचलों के खिलाफ कार्रवाई के लिए महिला कांस्टेबल भी तैनात की गई हैं। उनको बराबर मूवमेंट में रहने के लिए कहा गया है। इसकी चेकिंग कराई जाएगी। यदि कोई लापरवाही मिली तो कार्रवाई होगी।

-सुमित शुक्ला, सीओ कैंट