- गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एनुअल एग्जाम की शुरुआत वीसी ने किया एग्जामिनेशन सेंटर्स का इंस्पेक्शन

GORAKHPUR:

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड कॉलेजेज के एनुअल एग्जाम का मंगलवार को आगाज हो गया। कैंडिडेट्स को नए फॉर्मेट और नए टाइम ड्यूरेशन के साथ परीक्षा में शामिल होने का मौका मिला। सभी केंद्रों पर कुछ टेक्निकल खामियों को छोड़कर परीक्षाएं सकुशल आयोजित की गई। पहले दिन वीसी प्रो। राजेश सिंह ने सेंट एंड्रयूज कॉलेज, इस्लामिया कॉलेज ऑफ कॉमर्स और यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित दीक्षा भवन के एग्जामिनेशन सेंटर्स पर इंस्पेक्शन किया। इंस्पेक्शन के दौरान कोविड- 19 गाइडलाइंस के सख्ती से अनुपालन का निर्देश दिया।

ऑनलाइन हुई मॉनीटरिंग

शूचितापूर्ण परीक्षाओं को लेकर सेंट्रल ऑनलाइन मॉनीटरिंग सेल ने सेंटर्स की निगरानी की। कुछ केंद्रों पर तकनीकी जानकारी के अभाव में कैमरा ऑन होने के बाद भी कनेक्टिविटी न मिलने, यूनिवर्सिटी को लिंक शेयर नहीं करने तो कुछ के डीवीआर बंद मिले। ऐसे लोगों को चेतावनी जारी करते हुए उड़ाका दल और ऑब्जर्वर को मौके पर भेजकी जांच कराई गई। पहले दिन की परीक्षा 171 केंद्रों पर हुई, जहां लगभग 48 हजार विद्यार्थी शामिल हुए।

20 ऑ‌र्ब्जवर हुए नियुक्त

यूनिवर्सिटी ने शूचितापूर्ण परीक्षा संपन्न कराने के लिए सात उड़न दस्ते और 20 आब्जर्वर नियुक्त किए हैं। जानबूझकर लापरवाही करने वाले कॉलेजेज को कड़े निर्देश देते हुए परीक्षा केंद्र निरस्त करने की चेतावनी दी गई। केंद्रों को गूगल लिंक का उपयोग कैसे किया जाना है, इसकेबारे में जानकारी ही नहीं थी, जिसे लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। उड़ाका दल में एडेड कॉलेज, सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के सीनियर शिक्षकों को तैनात किया गया।

फोन नहीं उठाने वाले कालेजेज को चेतावनी

एनुअल एग्जाम के लिंक से नहीं जुड़ने वाले कॉलेजेज के केंद्राध्यक्षों पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कड़ी नाराजगी जताई है। इन्हें जल्द सेंट्रल ऑनलाइन मॉनीटरिंग सेल से वार्ता कर तकनीकी व्यवधान दूर करने का निर्देश दिया है। बता दें कि वार्षिक परीक्षा की पहली पाली में 93 केंद्र बनाए गए थे। सेंट्रल ऑनलाइन मॉनीटरिंग सेल ने जब इन से संपर्क करने की कोशिश की तो 30 केंद्रों के केंद्राध्यक्ष ने फोन का जवाब दिया। जबकि 63 ने कोई जवाब नहीं दिया। ऐसे ही दूसरी पाली में कुल 78 केंद्र बनाए गए थे। इस दौरान 38 कॉलेजेज के केंद्राध्यक्षों ने फोन का जवाब दिया। जबकि 40 कॉलेजेज से कोई संपर्क नहीं हो सका। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए आखिरी चेतावनी जारी की है।

कैमरा चालू होने के बाद नहीं जुड़ सके

एनुअल एग्जाम के पहले दिन जिन कॉलेजेज के सीसीटीवी कैमरा चालू होने के बावजूद यूनिवर्सिटी द्वारा दिए गए लिंक से नहीं जुड़ सके। ऐसे कॉलेजेज पर वीसी ने नाराजगी जताई है। केंद्राध्यक्षों और प्रिंसिपर्ल को अपने अपने कॉलेज को लिंक से जोड़ने का निर्देश दिया है। लापरवाही मिलने पर ऐस केंद्रों के केंद्राध्यक्ष को बदल दिया जाएगा।

दूसरे पाली में मेरा एग्जाम था, बाटनी का पेपर अच्छा हुआ। मन में डर तो पहले था, लेकिन एग्जामिनेशन हाल में दूरी देखकर कोई प्राब्लम नहीं थी।

अंचल शर्मा, स्टूडेंट

कोरोना पेंडमिक में एग्जाम होना बहुत बड़ी बात है। कम से कम हम प्रमोट होने से बच तो गए, जितनी तैयारी की थी, वह सभी क्वेश्चन आए थे।

निधि मिश्रा, स्टूडेंट

डेढ़ घंटे के एग्जाम में क्वेश्चन इजी थे, आसानी से सॉल्व कर लिया। मैथ का पेपर थोड़ा कठिन लगा, लेकिन सभी क्वेश्चन साल्व कर लिया।

दीपक मिश्रा, स्टूडेंट

भले ही डेढ़ घंटे का एग्जाम था। क्वेश्चन पेपर भी ईजी थे। तैयारी जितनी की थी, वह सभी क्वेश्चन भी आए थे। पेपर अच्छा हुआ।

जितेंद्र यादव, स्टूडेंट