गोरखपुर (ब्यूरो)। निर्दल चुनाव लडऩे वाले अपने दस्तावेज तैयार करा रहे हैं। जबकि टिकटों का इंतजार कर रहे लोगों को कम समय में ही सारी तैयारी पूरी करनी होगी। विधानसभा चुनाव में ऑनलाइन नामिनेशन फाइल करने की सुविधा भी दी जा रही है, लेकिन फार्म भरने में हुई मामूली सी चूक से पर्चा खारिज होने का खतरा बढ़ सकता है। जिला निर्वाचन से जुड़े लोगों का कहना है कि इस संबंध में प्रॉपर गाइडलाइन जारी की जा चुकी है। वहीं, डीएम ऑफिस में फिजिकली नॉमिनेशन के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। रंगरोगन के साथ बैरिकेडिंग का काम रविवार से शुरू हो गया। चार फरवरी से शुरू होंगे नामांकन, कागज तैयार करा रहे प्रत्याशी जिले में चार फरवरी से नॉमिनेशन की प्रक्रिया शुरू होगी। 11 फरवरी तक नामांकन चलेगा। 14 फरवरी को पर्चों की जांच होगी। 16 फरवरी को नामांकन वापसी के साथ प्रचार कार्य शुरू हो जाएगा। नामांकन वापसी के पूर्व प्रत्याशियों के नॉमिनेशन फार्म में किसी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर उनका पर्चा भी खारिज हो सकता है। इसलिए चुनाव तैयारी में लगे प्रत्याशी जरूरी दस्तावेजों को लेकर पहले से अलर्ट नजर आ रहे हैं।
इस तरह के दस्तावेजों की पड़ती जरूरत
जब कोई व्यक्ति चुनाव लड़ता है तो उसको चुनाव आयोग की तय प्रक्रिया के अनुसार कई तरह के फॉर्म भरने होते हैं। इन फॉर्म में उम्मीदवार की प्रॉपर्टी से लेकर एजुकेशन, एड्रेस,

कोर्ट केस सहित अन्य जानकारी देनी होती है। साथ ही अलग अलग फॉर्म में कई सवालों के जवाब देने होते हैं और कई सवालों को सत्यापित करने के लिए दस्तावेजों की आवश्यकता

भी होती है। उम्मीदवार की निजी पहचान, एड्रेस, आयु, संपत्ति (जिन-जिन की जानकारी दी गई है), कोर्ट केस के सभी दस्तावेज जमा करने होते हैं। इसके अलावा हाउस टैक्स चुकाने

की रसीद, सभी टैक्स चुकाने की रसीद और अन्य की जानकारी भी देनी होती है। अगर पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं तो सिंबल आंवटन का सर्टिफिकेट जमा कराना पड़ता है।
इस तरह से होती पूरी प्रक्रिया
नामांकन के लिए सबसे पहले चुनाव आयोग के सभी फॉर्म भरने होते हैं और उसमें जिन भी दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, उन्हें जमा करना होता है। इसके अलावा दो गवाह के

साथ एक शपथ पत्र भी जमा करना होता है, जिसमें अपने बारे में और चल-अचल प्रॉपर्टी की जानकारी देनी होती है। यह प्रक्रिया ऑफलाइन और ऑनलाइन की जा सकती है।

ऑफलाइन नॉमिनेशन के लिए कार्रवाई कलेक्ट्रेट में पूरी होती है।
दस्तावेज जुटाने के लिए दौड़ रहे सहयोगी
जिन नेताओं के नाम की घोषणा हो चुकी है। उनके सहयोगी नॉमिनेशन के लिए जरूरी दस्तावेजों को तैयार कराने के लिए दौड़ रहे हैं। प्रत्याशी के खिलाफ कितने मुकदमे हैं। उनका

किस तरह का कोई सरकारी बकाया है या नहीं है। इसके लिए विभिन्न विभागों का चक्कर लगना शुरू हो गया है। एक-एक जगह से कागज जुटाने में पसीना छूट रहा है। तमाम लोगों

के पास इनकम और कास्ट सर्टिफिकेट नहीं है। इसके लिए भी लोगों ने आवेदन शुरू कर दिया है। तय समय के भीतर सभी तरह के कागजात भी तैयार कराने होंगे, ताकि नॉमिनेशन

फाइल किए जा सकें। चुनाव से जुड़े लोगों का कहना है कि पर्चा खारिज होने से बचाने के लिए लोग एक अधिक पर्चा दाखिल करते हैं।
अभी तक इन प्रत्याशियों के नाम की घोषणा
बीजेपी
सदर सीएम योगी आदित्यनाथ
कैंपियरगंज फतेह बहादुर सिंह
बांसगांव डॉ। विमलेश पासवान
पिपराइच महेंद्र पाल सिंह
सहजनवां प्रदीप शुक्ला
खजनी श्रीराम चौहान
चिल्लूपार राजेश त्रिपाठी
सपा
चिल्लूपार - विनय शंकर तिवारी
पिपराइच - अमरेंद्र निषाद
कैंपियरगंज - काजल निषाद
ग्रामीण - विजय बहादुर यादव
सहजनवां - यशपाल रावत
बांसगांव - डॉ। संजय कुमार
खजनी - रूपावती
कांग्रेस
पिपराइच - मेनका पांडेय
खजनी - रजनी देवी
बसपा
ग्रामीण - दारा सिंह निषाद
चौरीचौरा - वीरेंद्र पांडेय
सहजनवां - सुधीर सिंह
खजनी- विद्या सागर उर्फ छोटू
आप
सदर - विजय कुमार श्रीवास्तव
वर्जन
नॉमिनेशन फाइल करने के संबंध में गाइडलाइन जारी की गई है। सभी प्रत्याशी, उनके प्रस्तावक और समर्थकों को इसके बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए। ताकि नामांकन के दौरान

कोई गड़बड़ी ना रहे। किसी तरह की गलत सूचना, कोई गड़बड़ी पाए जाने पर पर्चा खारिज हो सकता है।
राजेश सिंह, एडीएम फाइनेंस
यूपी विधानसभा चुनाव कार्यक्रम
नामांकन - 4 फरवरी
नामांकन की लास्ट डेट - 11 फरवरी
पर्चों की जांच - 14 फरवरी
नाम वापसी - 16 फरवरी
मतदान - 03 मार्च
मतगणना - 10 मार्च
कक्ष संख्या - अधिकारी कोर्ट - विधानसभा
22 - एडीएम वित्त - सदर
24 - एडीएम राजस्व - कैम्पियरगंज
23 - उप संचालक चकबंदी - ग्रामीण
02 - बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी - पिपराइच
15 - एडीएम प्रशासन - सहजनवा
01 - जिलाधिकारी - खजनी
03 - बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी - चौरीचौरा
04 - बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी रुस्तमपुर - बांसगांव
27 - अपर नगर मजिस्ट्रेट (प्रथम) - चिल्लूपार