- शहर में 150 से ज्यादा हुई हॉट स्पॉट की संख्या
- निगम ने अब सिर्फ नए हॉट स्पॉट का किया रुख
- संसाधनों की कमी से होने लगी है परेशानी
<- शहर में क्भ्0 से ज्यादा हुई हॉट स्पॉट की संख्या
- निगम ने अब सिर्फ नए हॉट स्पॉट का किया रुख
- संसाधनों की कमी से होने लगी है परेशानी
GORAKHPUR GORAKHPUR गोरखपुर में कोरोना संक्रमण का दायरा लगाता बढ़ रहा है। रोज नए मरीज डायग्नोज हो रहे हैं, तो वहीं उसके साथ ही नए हॉट स्पॉट भी क्रिएट हो रहे हैं। ऐसे में लोगों को आने-जाने में तो मुसीबत हो ही रही है, वहीं अब जीएमसी के जिम्मेदारों के पसीने भी छूटने लगे हैं। कोरोना वायरस से निपटने की पहले कोई तैयारी न होने की वजह से पहले जुगाड़ और दौड़-भाग कर काम चलाना पड़ रहा है। हालत यह हो गई है कि सुबह से शाम तक हॉट स्पॉट की ही दौड़ लगी हुई है। वहीं बीच में अगर कोई रिनाउंड जगह पर केस आ जाए, तो इसके लिए वहां भी पहुंचना पड़ रहा है। इसको देखते हुए क्ब् दिन के आदेश के बाद भी नए हॉट स्पॉट पर ही जिम्मेदारों का फोकस हो गया है।
क्भ्0 से ज्यादा हॉट स्पॉट्स
गोरखपुर में पिछले कुछ दिनों में बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव केस मिले हैं। इनकी वजह से क्भ्0 से ज्यादा इलाकों को सील करते हुए हॉट स्पॉट्स में तब्दील कर दिया गया है। यहां निगम की टीम को रोजाना सेनेटाइजेशन कराना है, लेकिन टीम दिन भर दौड़ लगाने के बाद भी सभी हॉट स्पॉट्स में सेनेटाइजेशन वर्क नहीं करा पा रही है। जबकि जिम्मेदारों का यह कहना है कि हर जगह प्रॉपर सेनेटाजेशन हो रहा है। जहां बड़ी मशीनें नहीं जा पा रही हैं, वहां छोटी मशीनों के जरिए काम करवाया जा रहा है। कहीं से कोई शिकायत नहीं आई है।
फैक्ट फीगर
- सिटी के 70 वार्ड में फ्भ् हजार लीटर हो चुका है छिड़काव।
- रूरल एरिया में कुल ख्0 विकास खंड के अंतर्गत आने वाले गांव में 7 हजार लीटर से किया गया है सेनेटाइज
- सिटी में छोटी व बड़ी गाड़ी मिलाकर कुल 9 गाडि़यां
- फायर बिग्रेड की फ् गाड़ी जो ब्00 लीटर की है।
- नगर निगम की एक बड़ी गाड़ी - ब्000 लीटर
- नगर निगम की दूसरी गाड़ी - ख्000 लीटर
क्या कहते हैं मेयर सीताराम जायसवाल
सवाल - गोरखपुर में हॉट स्पॉट की संख्या बढ़ गई है। सेनेटाइजेशन कैसे कराया जा रहा है?
मेयर - वार्ड में सभी सुपरवाइजर को सामान मुहैया करा दिए गए हैं। जहां भी हॉट स्पॉट बन रहा है, वहां सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है।
सवाल - क्भ्0 से ज्यादा हॉट स्पॉट हो गए हैं, संसाधन सीमित हैं, कैसे मैनेज हो रहा है?
जवाब - निगम ने कर्मियों को संसाधन मुहैया कराए हैं। फ्भ्-ब्0 बैटरी ऑपरेटेड मशीन भी दे दी गई है, वहीं जहां छोटी जगह हैं, वहां पर छोटी मशीनों से सेनेटाइजेशन करा रहे हैं। कोई शिकायत कहीं से भी नहीं आ रही है।
सवाल - जहां एक साथ कई हॉट स्पॉट हैं, वहां छोटी मशीन से कैसे काम चल पाएगा?
जवाब - जहां बड़े मोहल्ले हैं या आसपास में एक साथ कई हॉट स्पॉट हैं, वहां पर बड़ी मशीनों को भेजकर सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है।