गोरखपुर (ब्यूरो)। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एएन प्रसाद की मानें तो करीब 2.75 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाई जाएगी। शासन से बच्चों की संख्या व वैक्सीन आने के बाद वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू कर दी जाएगी।

यूपी के दूसरे हिस्से में बढ़ रहे कोरोना के केसेज

दूसरे राज्यों व यूपी के कुछ जिलों में कोरोना के केसेज को बढ़ते हुए देख अब शासन की तरफ से 5-12 साल तक के बच्चों के वैक्सीनेशन की कवायद शुरू कर दी गई है। इस आदेश के आने के बाद से ही हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से बच्चों के आंकड़े तैयार किए जा रहे हैैं। करीब 2.75 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाए जाने की बात कही जा रही है। वहीं 15-17 वर्ष तक के 2,19,382 बच्चों को कंप्लीट डोज दी जा चुकी है। जबकि 12-14 वर्ष तक के बच्चों को अब तक 78,231 बच्चों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।

29 लाख से ज्यादा वैक्सीनेटेड

वहीं 18 वर्ष से उपर के 29,31,337 लोगों को कंप्लीट डोज दी जा चुकी है, लेकिन अब 5-12 वर्ष तक के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने तैयारियां शुरु कर दी हैैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एएन प्रसाद ने बताया कि वैक्सीन कोर्बेवैक्स लगाई जाएगी। वैक्सीन सबसे पहले एडी हेल्थ कार्यालय में आएगी। उसके बाद ही डिस्क्ट्रि वैक्सीन सेंटर पर आएगी। इसे लगाने के लिए शासन से निर्देश आना बाकी है। निर्देश आते ही लगाए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।

संभावित लहर को लेकर उठाए जा रहे कदम

कोरोना की तीसरी लहर में भले ही मंद पड़ गई है, लेकिन संभावित कोरोना की चौथी लहर को देखते हुए शासन की तरफ से ठोस कदम उठाए जा रहे हैैं। यही वजह है कि भारत के औषधि महानियंत्रक (ड़ीसीजीआई) से मंजूरी पाने वाला कोर्बेवैक्स तीसरा टीका बन चुका है। जिसे बच्चों को लगाया जाएगा। इससे पहले जाइडस कैडिला के जायकोव-डी और भारत बायोटेक के को-वैक्सीन की मंजूरी दी गई थी। कोर्बेवैक्स को बायोलॉजिकल ई लिमिटेड कंपनी ने बनाया है। यह पहला ऐसा स्वदेशी टीका है जो कोरोना से लड़ऩे वाला रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (आरबीडी) सब-यूनिट वैक्सीन है। बॉयोलोजॉकिल ई-लिमिटेड की बात करें तो यह दुनिया के बड़े वैक्सन निर्माताओं में से एक है।

कैसे करती काम

- कोर्बेवैक्स वैक्सीन की दो खुराक मांसपेशियों में लगाई जाती है।

- इनका गैप 28 दिन होना चाहिए।

- इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के तापमान में स्टोर किया जाता है।

- इसके 20 खुराक और 10 खुराक के पैक आएंगे।

- एक सिंगल डोज में 0.5 एमएल वैक्सीन लगनी होगी।

5-12 वर्ष तक के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए तैयारियां शुरु कर दी गई है। बच्चों के वैक्सीन जल्द आ जाएंगे। इस संदर्भ में शासन की तरफ से गाइडलाइन भी आएगी। उसके बाद वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू कर दिए जाएंगे। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन लगाई जाएगी।

- डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ