- काफी दिनों से लगी हुई थी रोक

- सोशल मीडिया पर यूआईडीएआई ने शेयर की प्लानिंग

GORAKHPUR: वर्चुअल और डिजिटल आधार के बाद भी अपनी जेब में आधार की कॉपी रखने वालों को अब इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। उन्हें यूआईडीएआई की ओर से प्रिंट किया आधार कार्ड मिल जाएगा और इसके लिए कहीं से भी दौड़ नहीं लगानी होगी। इसके लिए यूनीक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने आधार री-प्रिंट सर्विस फिर से शुरू कर दी है। लोगों को अपने आधार कार्ड की कॉपी मंगवाने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। ई-आधार एप का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके बाद घर के अड्रेस पर प्रिंटेड आधार पहुंच जाएगा।

50 रुपए करने होंगे खर्च

आधार कार्ड रि-प्रिंट कराने की चाह रखने वाले लोगों को इसके लिए 50 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाकर 'ऑर्डर आधार रि-प्रिंट' ऑप्शन को चुनना होगा। इसके बाद आधार कार्ड और वहां दिए कैप्चा को एंटर करने के बाद ओटीपी वेरिफाई कराना होगा। इसके बाद लॉग-इन करते ही, आपका आधार कार्ड और बाकी डीटेल्स नजर आने लगेगी। साथ ही बगल में ही ऑनलाइन पेमेंट का ऑप्शन भी होगा। क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या यूपीआई के जरिए पेमेंट किया जा सकता है। वहीं जिनके मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड नहीं हैं, उनके लिए भी इसमें ऑप्शन मौजूद है। इसके लिए नॉन रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर भी दिया जा सकता है।

सोशल मीडिया पर दी इंफॉर्मेशन

आधार कार्ड को रि-प्रिंट कराने के ऑप्शन को लेकर यूआईडीएआई ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से इसकी जानकारी लोगों को दी है। उन्होंने साफ किया है कि आधार रि-प्रिंट एक पेड सर्विस है और इंटरेस्टेड लोग इस सर्विस का फायदा उठा सकते हैं। इस लॉक डाउन पीरियड में आधार कार्ड स्पीड पोस्ट के जरिए घर पहुंचने में देर हो सकती है।

हाईलाइट्स

- गोरखपुर में हैं 380 से ज्यादा इनरोलमेंट सेंटर्स

- बीएसएनएल ऑफिस, पोस्ट ऑफिस और चुनिंदा बैंक्स में भी है आधार बनवाने की फैसिलिटी

- आधार बनवाने के साथ अपडेट की भी व्यवस्था

- वहां भी जाकर रि-प्रिंट फैसिलिटी का उठाया जा सकता है फायदा

- बैंक्स, रेलवे, एडमिशन के साथ ही मोबाइल सिम में भी पड़ती है आधार की जरूरत

- गवर्नमेंट स्कीम में भी होता है आधार बेस्ड वेरिफिकेशन