- शासन का आया निर्देश, कोविड-19 की पुष्टि के लिए गोरखपुर के लैब में होगी जांच

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए गोरखपुर में कोविड-19 समर्पित अस्पताल में शुक्रवार को मॉक ड्रिल हुई। अस्पताल में कोरोना के सिर्फ पॉजिटिव केस एडमिट किए जाएंगे। मॉक ड्रिल के दौरान एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के जरिए मरीज भेजने का प्रोटोकॉल के साथ प्रैक्टिस किया गया। जिला सर्विलांस अधिकारी एसीएमओ डॉ। आईबी विश्वकर्मा, अस्पताल प्रभारी एसीएमओ डॉ। नंद कुमार और प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ। धनंजय कुशवाहा ने मौजूद स्टॉफ को कोरोना पॉजिटिव केस में सावधानी बरतने के टिप्स दिए गए। इस बीच, प्रदेश के सभी जिलों द्वारा हाई रिस्क जनसंख्या को चिन्हित कर उनके सैम्पल मेडिकल कॉलेज स्थित कोविड-19 लैब को भेजने का शासनादेश भी आ गया है।

बीआरडी में आठ जिले के सैंपल की होगी जांच

बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर और अयोध्या के सैम्पल की जांच बीआरडी मेडिकल कॉलेज कैंपस के आईसीएमआर-आरएमआरसी में होगी। मेडिकल कालेजों में सैम्पल कलेक्शन समय 24 घंटे तय किया गया है। प्रतिदिन हर एक जिले में कम से कम चार सैम्पल (अधिकतम सैम्पल संख्या आवश्यकतानुसार) नियमानुसार ट्रिपल लेयर पैकिंग में सम्बंधित प्रयोगशाला भेजी जाएगी। साथ ही इसकी सूचना स्वास्थ्य भवन लखनऊ हर रोज शाम छह बजे तक भेजनी होगी।

अस्पताल का जायजा डीएम के। विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता और अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ। जेएम त्रिपाठी, सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी ने लिया।

हाई रिस्क हैं ये लोग-

- अंतरराष्ट्रीय यात्रा के 28 दिनों के अन्दर कोविड-19 के लक्षणों वाले व्यक्ति।

- कोविड-19 रोगी के संपर्क में आने वाले ऐसे व्यक्ति जिनमें लक्षण उत्पन्न हो गए हों।

- कोविड-19 रोगी के साथ एक ही घर में रहने वाले व्यक्ति।

- सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी रोग (बुखार, खांसी या सांस की तकलीफ वाले सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में भर्ती रोगी।

- 28 दिनों के भीतर तबलीगी जमात में भाग लेने वाले समस्त व्यक्ति।

- कोविड-19 रोगियों की देखभाल में लगे स्वास्थ्य कर्मी जिनमें लक्षण उत्पन्न हो गए हों अथवा स्वास्थ्य कर्मी जिन्होंने पर्याप्त सुरक्षा के बिना कोविड-19 की जांच की हो (संपर्क के पांचवें और पुन: 14वें दिन)

- गंभीर लक्षणों वाले अंतरराज्यीय यात्री (अन्य श्रेणी में अर्ह सैम्पल न होने की दशा में इस श्रेणी में अधिकतम चार सैम्पल प्रतिदिन लिए जा सकते हैं।