गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर में शहर के जुबिली इंटर कॉलेज और एडी इंटर कॉलेज समेत कुल 23 राजकीय स्कूल हैं। जहां पर टीचर्स, बिल्डिंग से लगाए सभी मद में सरकार से ही पैसा मिलता है। यहां के टीचर्स और प्रिंसिपल का ट्रांसफर भी होता है। सरकार एक तरफ शिक्षित प्रदेश बनाने के लिए ढेरों पैसे खर्च कर रही है और नई-नई टेक्नोलॉजी से स्कूलों को जोड़ रही है। लेकिन इसके बाद भी रिजल्ट में बेहतर और अपेक्षा के मुताबिक रिजल्ट नहीं आ पा रहा है। ऐसे में अब पूरी तरह सरकारी स्कूलों की पढ़ाई पर सवाल उठने लगा है।

साल 2022 में 10वीं में यहां से निकले टॉपर

जीपीएस इंटर कॉलेज चौरीचौरा, कार्मल गल्र्स इंटर कॉलेज, महात्मा गांधी इंटर कॉलेज, एमपी इंटर कॉलेज रामदत्तपुर,एमएसआई इंटर कॉलेज, सांस्कृतायन इंटर कॉलेज, श्री मोतीलाल दुगहरा इंटर कॉलेज, जेएलएचएसएस इंटर कॉलेज खजनी, सोना देवी इंटर कॉलेज बैजनाथपुर,जमुना प्रसाद इंटर कॉलेज मानीराम।

साल 2022 में 12 वीं के यहां से निकले टॉपर

पीपीडीआईसी इंटर कॉलेज, मछलीगांव, सांस्कृतायन इंटर कॉलेज मलांव, महात्मा गांधी इंटर कॉलेज, कार्मल गल्र्स इंटर कॉलेज, मुरारी इंटर कॉलेज, सरस्वती विद्या मंदिर, एसएलडी इंटर कॉलेज ब्रम्ह्पुर, नेशनल इंटर कॉलेज बड़हलगंज, एनई रेलवे गल्र्स इंटर कॉलेज, एससीएसएस इंटर कॉलेज कैंपियरगंज।

साल 2020 में 10 वीं के यहां से निकले टॉपर

सरस्वती बालिका मंदिर आर्यनगर, एमजी इंटर कॉलेज, सेंट मेरी इंटर कॉलेज, एसबीबी पीजी इंटर कॉलेज हरपुर, एसडीडी इंटर कॉलेज, एनई रेलवे गल्र्स इंटर कॉलेज, जीपी मौर्य इंटर कॉलेज, शबनम मेमोरियल इंटर कॉलेज, एलपीके इंटर कॉलेज, लाल बहादुर शास्त्री इंटर कॉलेज, कार्मल गल्र्स इंटर कॉलेज, एसबीबीपीजी इंटर कॉलेज, श्रीराम रेखा सिंह इंटर कॉलेज, रघुरानी इंटर कॉलेज, हंसराज चौधरी इंटर कॉलेज, कार्मल इंटर कॉलेज, विमल मांटेसरी गल्र्स इंटर कॉलेज, ज्योति इंटर कॉलेज नाहरपुर।

साल 2020 में 12 के यहां से निकले टॉपर

एएन सिंह एसएसएस बलुआ सिंहोरवा, नेहरू इंटर कॉलेज, भुमिंदर इंटर कॉलेज, नई पब्लिक कॉलेजिएट इंटर कॉलेज, मुरारी इंटर कॉलेज, कार्मल गल्र्स इंटर कॉलेज, आरजेवाई इंटर कॉलेज, एमएसआई इंटर कॉलेज, एमजी इंटर कॉलेज, वीएनसी इंटर कॉलेज, कोआपरेटिव इंटर कॉलेज, मां गायत्री इंटर कॉलेज, कार्मल इंटर कॉलेज।

फैक्ट फिगर

कुल स्कूल- 482

राजकीय स्कूल- 23

रेलवे का स्कूल- 1

समाज कल्याण के स्कूल - 2

दिव्यांग का स्कूल - 3

सहायता प्राप्त- 117

वित्त विहिन स्कूल- 336

ये चिंता का विषय है। इसके लिए मैं एक मीटिंग भी करूंगा। स्कूल में क्लास में पढ़ाई का स्टैंर्ड कैसा है, इसका भी टेस्ट लिया जाएगा। जो भी लापरवाही कर रहा है, उसपर कार्रवाई होगी। तेज बच्चों को सेलेक्ट कर उन्हें टॉपर लिस्ट में लाने के लिए इन स्कूलों में काम किया जाएगा।

- ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस