गोरखपुर (ब्यूरो)। आईसीएमआर का दावा है कि जो लोग कोविड पॉजिटिव हो रहे हैं, वह ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट बीए 2.12.1 से प्रभावित हैं। यह वैरिएंट बच्चों और युवाओं पर तेजी से चपेट में ले रहा है। हालांकि बेहद माइल्ड इंफेक्शन होने के कारण सीवियरिटी कम है, लेकिन वैक्सीनेशन ही बचाव का एकमात्र उपाय है।

बीपी, शुगर और हार्ट पेशेंट्स रखें ध्यान

बता दें, गोरखपुर में कोरोना के केसेज बढ़ रहे हैैं। ट्रीट, ट्रैक, टेस्टिंग और टीका पर हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से फिर से सक्रियता बढ़ा दी गई है। सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार दुबे ने टीम को सक्रिय कर दिया है। जो 5 नए केसेज आए हैैं, उस पर आईसीएमआर की टीम ने स्टडी शुरू कर दी है। वॉयरोलॉजिस्ट डॉ। अशोक पांडेय ने बताया कि वैक्सीनेटड लोगों पर यह वैरिएंट कितना असरदार है और कितना हानिकारक होगा। इसको लेकर स्टडी जारी है। हालांकि वैक्सीन की दोनों खुराक और बूस्टर डोज लेने वालों के लिए यह वैरिएंट बेहद माइल्ड हैैं। लेकिन जो बीपी, शुगर और हार्ट के पेशेंट्स हैैं। उन्हें खास सावधानियां बरतनी होगी। इसलिए उन्हें कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना जरूरी है।

बच्चों के लिए जरूरी है वैक्सीनेशन

हेल्थ डिपार्टमेंट की मानें दो दिल्ली, एनसीआर समेत लखनऊ तक कोरोना की चौथी लहर की एंट्री हो चुकी है। इन सात जिलों में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट बढ़ता जा रहा है। ऐसे में बच्चों को इस वैरिएंट से बेहद बचना होगा, ताकि वह संक्रमित न हो सके। जो बच्चे वैक्सीनेटेड नहीं हैं। वह अपना वैक्सीनेशन जरूर करवा लें। वहीं हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से 5-12 वर्ष तक के छह लाख बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एएन प्रसाद ने बताया कि 12-14 वर्ष तक 94,657 बच्चों को वैक्सीनेशन की डोज दी जा चुकी है। वहीं 15-17 वर्ष तक के 5,32,727 बच्चों को कोरोना का सुरक्षा कवच दिया जा चुका है। इसी प्रकार 18-44 वर्ष तक के 44,11,840 यंगस्टर्स को वैक्सीनेटेड किया जा चुका है। जबकि 45-60 वर्ष तक 13,47,527 लोग वैक्सीनेटेड हो चुके हैैं। 60 वर्ष से ऊपर के 8,44,870 सीनियर सिटीजन को कोरोनारोधी टीका दिया जा चुका है।

दी गई वैक्सीन

- कोवैक्सीन - 16,17,344

- कॉर्बोवैक्स - 94,657

- कोविशील्ड -55,20,588

- अब तक लगा महिलाओं को टीका - 35,15,967

- अब तक लगा पुरुषों को टीका - 36,38,881

कोरोना के केसेज बढ़ रहे हैैं। ऐसे में मास्क और दो गज की दूरी जरूरी है। केसेज धीरे-धीरे बढ़ रहे हैैं, लेकिन पेरेंट्स से अपील है कि वह अपने बच्चों का वैक्सीनेशन जरूर करवा लें।

डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ