- सिकरीगंज में दो सौ रुपए की 33 नोट संग पकड़ा गया सब्जी विक्रेता

- 24 घंटे के पूछताछ में आरोपित से पुलिस नहीं पा सकी कोई नया क्लू

GORAKHPUR: गोरखपुर में नकली नोटों का कारोबार चल रहा है। सिकरीगंज पुलिस ने सब्जी विक्रेता को अरेस्ट कर उसके पास से दो सौ रुपए की 33 नकली नोट बरामद किए हैं। उनमें ज्यादातर नोट एक सीरीज की हैं। बनावट और छपाई के आधार पर पुलिस उसे स्कैनर और प्रिंटर की मदद से बनाया हुआ बता रही है। कार्रवाई में आरोपित के घर में करीब एक लाख रुपए भी मिले, जिसे पुलिस ने परिजनों को लौटा दिया। नकली नोट के साथ पकड़े गए व्यक्ति को जेल भेजकर पुलिस जांच में जुटी है। यह कोई पहला मामला नहीं जब नकली नोट संग कोई पकड़ा गया है। इसके पूर्व सामने आए मामलों में पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ सकी। पुलिस अफसरों का कहना है कि इस प्रकरण की जांच की जा रही है। आरोपित के साथ जुड़े हुए लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।

200 रुपए की 33 नोटों संग पकड़ा गया दुकानदार

सिकरीगंज कस्बे में नकली नोट चलाए जाने की सूचना किसी ने पुलिस को दी। उसने बताया कि एक व्यक्ति बाजार में आता है। वह सामान खरीदने के बाद लोगों को नकली नोट देकर चला जाता है। शुक्रवार शाम एसएचओ उपेंद्र कुमार मिश्रा की अगुवाई में पुलिस टीम एक्टिव हुई। सामान खरीदने पहुंचे संदिग्ध को पुलिस ने दबोच लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से दो-दो सौ रुपए के 33 नकली नोट मिले। पूछताछ में उसकी पहचान बेलघाट, बरपार निवासी धर्मपाल मौर्य के रूप में हुई। उसने बताया कि वह आलू, टमाटर और प्याज का कारोबार करता है। पुलिस ने जब छानबीन की तो उसके घर में करीब एक लाख रुपए नकदी मिली।

पूछताछ में नकली नोट के बारे में जानकारी देने के बजाय इतना बताया कि एक क्विंटल आलू खरीदने वाले ग्राहक ने वह रुपए दिए थे। लेकिन आलू के भाव और बरामद रुपए को जोड़ने पर काफी अंतर आया। इसलिए पुलिस मोबाइल सर्विलांस का सहारा लेने में जुटी है। आरोपित करीब दो माह से नकली नोट खपा रहा था।

इन सवालों के जवाब हैं बाकी

-आरेापित को नकली नोट कौन मुहैया कराता था। उसे कहां से रुपए मिलते थे।

-नकली नोट के बदले वह कितने पैसे का पेमेंट करता रहा। उसे कितना मुनाफा मिलता है।

-कितने दिनों से वह इस काम में लगा हुआ है। उसने कैसे और कब इसकी शुरूआत की।

-उसके संपर्क में कौन- कौन लोग हैं। किसके इशारे पर वह इस खेल में लगा हुआ था।

नेपाल से करीबी, सामने आते जाली करेंसी के मामले

गोरखपुर और आसपास एरिया में अक्सर नकली नोटों की बरामदगी होती है। नेपाल करीब होने से बार्डर पार से नकली नोट इंडिया में लेकर आने वाले किसी न किसी तरह से खपाते हैं। 18 मार्च 2018 को नार्मल टैक्सी स्टैंड के पास के पास से पुलिस ने कुख्यात त्रिभुवन सिंह ओर उसके साथी यूनिश को 28 हजार रुपए के जाली नोट, दो पिस्टल, एक रिवाल्वर, दो तमंचा, 30 कारतूस और फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस के साथ अरेस्ट किया था। त्रिभुवन नेपाल से नकली नोट लाकर पूर्वाचल में खपा रहा था। तिवारीपुर, सूर्य विहार कॉलोनी में किराए के कमरे में रहने वाले त्रिभुवन तीन दर्जन से अधिक लूट, मर्डर, छिनैती सहित अन्य गंभीर मामले दर्ज हैं। शाहपुर एरिया में टीचर का मर्डर, टीचर की बेटी पर जानलेवा हमला करने के आरोप में त्रिभुवन जेल में बंद है। सिदधार्थनगर जिले के बार्डर पर उसने अपना ठिकाना बना लिया था। गोरखपुर में क्राइम करके वह नेपाल में छिपकर नकली नोटों का काम भी करता रहा।

पुलिस भूल गई बांसगांव का मामला

30 अगस्त 2019 को बांसगांव एरिया में पुलिस ने नकली नोटों संग सात लोगों को अरेस्ट किया। नकली नोट चलाने वालों में एक महिला और अन्य पुरुष शामिल थे। आजमगढ़ के एक आरोपित संग मिलकर गोरखपुर और आसपास एरिया निवासी शातिर नकली नोटों को बाजार में खपाते थे। इस दौरान करीब 90 हजार नकली नोट की बरामदगी हुई थी। केस दर्ज कर कुछ दिनों तक पुलिस इस मामले की पड़ताल करती रही। बाद में इस मामले को पुलिस भूल गई। आरोपितों ने पुलिस को बताया था कि वह बच्चों के जरिए सामान खरीदने के बहाने नोटों को मार्केट में सर्कुलेट करते थे।

नकली नोट संग हुई बरामदगी

11 दिसंबर 2020: सिकरीगंज एरिया में नकली नोट संग सब्जी कारेाबारी अरेस्ट, दो सौ 33 नोट हुए बरामद।

30 अगस्त 2019: नकली नोटों के साथ बांसगांव एरिया में पुलिस ने सात लोगों को अरेस्ट किया। एक महिला भी पकड़ गई।

27 मई 2018: झंगहा एरिया में सौ- सौ रुपए के चार नोट संग देवरिया, पोखरा निवासी पप्पू निषाद को पुलिस ने पकड़ा। वह कई दिनों से रुपए मार्केट में चला रहा था।

7 मार्च 2018: राजघाट एरिया में शातिर त्रिभुवन सिंह और उसके साथी यूनूस को अरेस्ट करके पुलिस ने नकली नोट सहित अन्य सामान बरामद किया।

04 दिसंबर 2019: देवरिया, रामपुर कारखाना एरिया में नकली नोट संग तीन लोग पकड़े गए। सौ- सौ रुपए 49,990 रुपए बरामद हुए।

12 अप्रैल 2016: गोरखनाथ एरिया के हुमायूंपुर मोहल्ले में पुलिस ने अक्षय यादव को अरेस्ट किया। स्कैनर और पि्रंटर के जरिए वह नकली नोट छापकर मार्केट में चलाता था।

वर्जन

पकड़े गए दुकानदार के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। आरोपित से पूछताछ की गई है। इस मामले की जांच आगे भी जारी रहेगी।

योगेंद्र कृष्ण नारायण, सीओ खजनी