झारखंडी से विनय कुमार सिंह उर्फ जानू को पुलिस ने किया दबोचा

अब तक आठ आरोपी हो चुके हैं अरेस्ट, दो इनामियों की है तलाश

कैंट एरिया के मोहद्दीपुर गोलीकांड में शामिल एक अन्य आरोपी विनय सिंह उर्फ जानू को शनिवार सुबह कैंट पुलिस ने देवरिया रोड पर झारखंडी के पास से अरेस्ट कर लिया। उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। विनय को लेकर इस कांड में अब तक आठ लोगों को पुलिस ने अरेस्ट किया है। वहीं, दो अन्य आरोपी शुभम सिंह सिंघाड़ा और शुभम सिंह बरहज की अभी तलाश जारी है। दोनों पर एसएसपी ने 25-25 हजार रुपए का इनाम रखा है। उनकी तलाश में क्राइम ब्रांच की टीम दबिश डाल रही है।

विनय सिंह की गिरफ्तारी सामने आने के बाद एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने उससे कैंट थाने में पूछताछ कर घटना की जानकारी ली। इससे पहले अन्य आरोपियों से भी एसएसपी ने पूछताछ की थी। एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में विनय का नाम प्रकाश में आया था। पुलिस की टीम उसकी तलाश में थी मुखबिर की सूचना पर देवरिया रोड पर झारखंड़ी के पास से शनिवार सुबह उसे अरेस्ट किया गया। बांसगांव के भैरोपुर निवासी विनय सिंह शातिर अपराधी है। लूट और चोरी में वह पहले भी जेल जा चुका है। एसएसपी ने बताया कि मोहद्दीपुर कांड में इससे पहले सुमित चंदेल, शुभम राव, अविनाश सिंह, प्रज्ज्वल सिंह, विक्रांत पासवान, प्रिंस शाही और आदर्श शुक्ला को अरेस्ट किया जा चुका है। शुभम सिंह सिंघाड़ा और शुभम सिंह बरहज को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।

सिंघाड़ा ने की थी हाजिर होने की तैयारी

शुभम सिंह सिंघाड़ा ने शुक्रवार को कोर्ट में हाजिर होने की तैयारी की थी। उसका आवेदन कोर्ट में पड़ा था। इसकी जानकारी सामने आने के बाद पुलिस सतर्क हो गई थी। कैंट थाने की पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम भी लगाई गई थी। शुभम सिंह की रिपोर्ट कैंट थाने से कोर्ट में नहीं पहुंची थी इसलिए वह हाजिर नहीं हो पाया था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट करने की पूरी कोशिश शुरू कर दी है।

लूट और चोरी में जेल जा चुका है विनय

विनय सिंह उर्फ जानू के ऊपर लूट और चोरी के तीन मुकदमें दर्ज हैं। तीनों मुकदमें बांसगांव थाने में 2013 में दर्ज किया गया है। इस मामले में वह जेल भी गया है। उसकी आपराधिक शोहरत देखते हुए उसके अन्य गतिविधियों की भी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पाशा रेस्टोरेंट में मारपीट की घटना में भी विनय शामिल था। वहीं, मोहद्दीपुर कांड में भी वह अपने गैंग के साथियों के साथ था। उसकी गाड़ी को एक जगह की घटना में इस्तेमाल किया गया था। गाड़ी खुद विनय ही चला रहा था।

छात्र नेता के लिए करता है वसूली

ब्याज पर लोगों को पैसा बांटने वाले एक छात्र नेता के पैसे की वसूली का काम भी विनय सिंह जानू करता था। पुलिस की पड़ताल में यह बात सामने आई है। अब पुलिस इस दिशा में भी जांच करेगी कि कहीं इन युवकों के संरक्षण के रूप में छात्र नेता तो नहीं है। घटना में अभी तक छात्र नेता का नाम तो सामने नहीं आया है पर छात्र नेता की भी शोहरत अच्छी नहीं है। आपराधिक मामले में वह जेल जा चुका है और अपराध करने वाले युवकों को पालने का भी शौक रखता है।

दहशत से सड़कों पर मच गई थी अफरा-तफरी

मोहद्दीपुर कांड ने शहर के एक हिस्से में दहशत फैला दिया था। 21 सितम्बर को सिंघडि़या से लेकर मोहद्दीपुर तक दो गुटों में फायरिंग के बाद जितेन्द्र यादव नामक युवक को बदमाशों ने गोली मारी थी। फायरिंग के दौरान सड़क पर अफरा-तफरी मच गई थी। दुकाने बंद हो गई थी। जांच में पता चला कि 20 सितंबर को भी इस गुट ने दो बार मारपीट की थी।