गोरखपुर (अनुराग पांडेय).साइबर क्राइम थाने ने जारी अलर्ट में कहा है कि ऑनलाइन खरीदारी के समय हम कोशिश करते हैं कि हमें कोई अच्छी से अच्छी डील मिले और ज्यादा भुगतान भी न करना पड़े। जैसे- स्मार्टफोन खरीदने से पहले हम अलग-अलग साइट्स पर इसकी तुलना करते हैं। अपने दोस्तों से नई साइट्स के बारे में पूछते हैं। ऐसे में कई बार हम लुभावने ऑफर्स के चक्कर में फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं।

इस तरह नहीं होंगे फ्रॉड के शिकार

केवल वेरिफाइड साइट्स से खरीदारी करें

जिस वेबसाइट्स को आप पहले से जानते हैं, उन पर धोखाधड़ी का शिकार होने की संभावना बहुत कम होती है। ऑनलाइन शॉपिंग के मामले में अपना नाम बना चुकी कंपनियां इतना बड़ा रिस्क नहीं लेंगी। इसलिए त्योहारों के मौसम में भी लुभावने ऑफर्स की लालच में न पड़ें और अज्ञात साइट्स से शॉपिंग न करें।

डोमेन नेम पर दें ध्यान

हमें डोमेन नेम पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अक्सर, फ्रॉड अलग-अलग टॉप लेवल डोमेन (टीएलडी) के साथ जाने-माने ब्रांड्स का उपयोग करते हैं। डोमेन नेम पेज के एड्रेस के अंत में होता है। द्य.ष्शद्व के बजाय यह .द्बठ्ठ, .ठ्ठद्गह्ल या .शह्म्द्द हो सकता है। बेशक, ऐसी साइट्स अच्छे ऑफर मिल सकते हैं, लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आपको सही सामान मिलेगा। इसके अलावा, ऐसी साइट्स से आपकी पेमेंट संबंधित जानकारी चुराई जा सकती है।

चेक करें वेबसाइट एन्क्रिप्ट है या नहीं

वेबसाइट एड्रेस (यूआरएल) की शुरुआत को भी देखना न भूलें। एक सुरक्षित वेबसाइट हमेशा द्धह्लह्लश्चह्य:// से शुरू होती है। जिन साइट्स का एड्रेस द्धह्लह्लश्च:// से शुरू होता है, उन साइट्स पर अपनी बैंकिंग जानकारी नहीं दी जानी चाहिए। ध्यान से देखें दोनों में काफी मामली अंतर है। एक में स् है एक में नहीं। संभव है कि ऐसी साइट्स कोई धोखेबाज के न चला रहा हो, पर यहां से आपकी पेमेंट डिटेल चोरी हो सकती है। यदि आपको अपना क्रेडिट कार्ड नंबर या अन्य जानकारी ई-मेल के माध्यम से भेजने का अनुरोध प्राप्त होता है, तो भी आपको सतर्क रहना चाहिए। एक सामान्य ई-स्टोर इस तरह से कभी काम नहीं करता।

पासवर्ड सुरक्षा

नामी ऑनलाइन स्टोर पर आपको अपना अकाउंट बनाना होगा। यहां आपको अपना पासवर्ड सेट करते समय सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा। ध्यान रखें पासवर्ड हमेशा मजबूत बनाएं। डेट ऑफ बर्थ और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल न करें। इन्हें गेस करना आसान होता है। आप पासवर्ड जेनरेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सुविधा कई पासवर्ड मैनेजरों में उपलब्ध है।

अपने ट्रांजेक्शन की जांच करें

इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से नियमित रूप से अपने कार्ड और बैंक खातों का स्टेटस जांचने की आदत डालें। त्योहारों के मौसम में हम खूब खरीदारी करते हैं, ऐसे में हम ट्रांजेक्शन कहां करते हैं। इस पर ध्यान देना चाहिए। हर ट्रांजेक्शन की सावधानीपूर्वक जांच करें। इससे आप ठगी से बच सकते हैं। जरा सा भी संदेह होने पर बैंक की हॉटलाइन पर कॉल करें। जिसमें आपका खाता है या जिसका आप कार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं और समस्या का यथाशीघ्र समाधान करें।