- 17004 घरों में की जानी थी इम्युनिटी पॉवर पर स्टडी, अब तक 45 परसेंट की हो सकी है जांच

- सिटी के 7 और रूरल एरयिा के 38 गांवों के लिए चार-चार सदस्यों की बनी टीम

- शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार सहमति लेकर 18-59 आयु वर्ग के लोगों पर होगा स्टडी

GORAKHPUR: कोरोना का कहर जारी है। कोरोना को लेकर लोगों का इम्युनिटी सिस्टम कितना बेहतर है, इसकी जांच के लिए हेल्थ महकमें ने कवायद शुरू की थी। गोरखपुर जिले के 17004 घरों मे इम्युनिटी पॉवर की जांच करने के लिए टीम बनाई गई। सिटी के 7 व रूरल एरिया के 38 गांवों का सेलेक्शन भी हुआ। मगर अब तक महज 45 प्रतिशत लोगों की इम्युनिटी ही जांची जा सकी है। जबकि स्टडी का काम अब तक कंप्लीट हो जाना चाहिए था। इसे कंप्लीट करने के लिए सीएमओ ने इसके लिए चार-चार सदस्यों की कुल 10 टीम बनाई थी।

18-59 उम्र के लोगों में होना था सर्वे

गोरखपुर में 15 हजार से उपर कोरोना के केसेज हो चुके हैं। सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी ने बीते दिनों बढ़ते केसेज को देखते हुए गोरखपुराइट्स के इम्युनिटी पॉवर के जांचने के लिए टीम गठित करते हुए पत्र जारी किया था और संबंधित को शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करने को कहा था। निर्देश में टीम के लिए कहा गया था कि टीम सिटी से लगाए रूरल एरिया के प्वाइंट आउट किए गए गए घरो में जाएंगी। घर पहुंचने के बाद 18-59 आयु वर्ग के लोगों से उनकी सहमति लेकर स्टडी करेगी। सीएमओ ने बताया कि यह कम्युनिटी स्टडी कोरोना की रोकथाम में भावी योजनाओं को बनाने में मददगार साबित के लिए किया जाना है। इस संबंध में शासन की देखरेख में जिला स्तरीय अधिकारियों का वर्चुअल ट्रेनिंग भी करवाई जा चुकी है।

ताकि कोरोना की हो सके रोकथाम

सीएमओ ने बताया कि प्राइमरी हेल्थ सेंटर के अन्तर्गत आने वाले सिटी के जिन एरिया को शामिल किया गया है। वहां कम्यूनिटी स्टडी कराई जानी है। इसका मुख्य उद्देश्य जनमानस में इस रोग से प्रत्यक्ष एवं परोक्ष तौर से संक्रमित होने की स्थिति का आंकलन किया जाना है। इस कम्युनिटी स्टडी के जरिए जो कंनक्लूजन मिलेगा, शासन को अवगत कराया जाएगा। जिससे कोविड-19 की रोकथाम और बचाव के लिए शासन स्तर पर योजनाएं विकसित करने में मदद मिलेगी।

आशा ने नहीं दिखाया इंटरेस्ट

सीएमओ ने बताया कि इस स्टडी के लिए आशा कार्यकर्ता मोबिलाइजर की भूमिका में होंगी, लेकिन आशा बहुओं के उदासीनता के कारण अबतक यह स्टडी पूरी नहीं हो सका है। वहीं एएनएम की तरफ से भी अभी तक रिपोर्टिग का काम पेंडिंग है। लैब टेक्निशियन को सैंपल कलेक्शन लिए लगाया गया है। टीम के चिकित्साधिकारी को पूरी स्टडी की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी है। स्टडी के दौरान प्रतिभागी की निजता और गोपनीयता पूरी तरह से बरकरार रखी जाएगी। उन्होंने चयनित क्षेत्रों के लोगों से अपील की है कि वह इस मुहिम का खुल कर सहयोग करें और समाज की भलाई में योगदान दे।

ऐसे होगा अध्ययन

सीएमओ ने बताया कि स्टडी केलिए प्वाइंट आउट किए गए गए समूहों में से व्यक्तियों को मोबिलाइजर (आशा कार्यकर्ता) के माध्यम से एक स्थान पर एकत्रित किया जाएगा। एक सलाहकार द्वारा विस्तृत काउंसिलिंग होगी और प्रतिभागियों की सहमति लेने के बाद ही ट्रेंड लैब टेक्निशियन की तरफ से ब्लड सैंपल लिए जाने हैं।

रूरल एरिया में होने वाले सर्वे

भभया, बसियाखुद, बाघड़, गणेशपुर, नरगढ़हा, मीरपुर, मरहा, जिगिना बाबू, जयपालपार, उपौली, खुजुरीगोसाई, महेबरा, गंगाघाट, विजयी उर्फ मीरपुर, तीरागांव, कुकरहां,महुई बुजुर्ग, मुसाहिया, बंदपुर, बरई खुर्द, बालोचक, कानापार, नासिकपुर, देवरिया, जगदीशपुर, उज्जरपार, आशापार, कुवावलकला,घघसरा, कोदरीखास, महिमानाथ, मोतीराम अड्डा, लहसड़ी, बहुपार, मुहअवा खुर्द, नइयापार खुर्द, फुलवरिया और उत्तरासोत गांवों में,

सिटी में होने वाले सर्वे

वार्ड नंबर-41 जाफरा बाजार, वार्ड नंबर 26 निजामपुर, वार्ड नंबर 57 मोहद्दीपुर, वार्ड नंबर 60 रुस्तमपुर और वार्ड नंबर 65 बेतियाहाता, नगर पंचायत गोला बाजार वार्ड नंबर 10 और सहजनवां नगर पंचायत वार्ड नंबर 10 शहरी क्षेत्र में यह स्टडी होना है।

इम्युनिटी पॉवर पर स्टडी को लेकर टीम काम कर रही है। इसकी कुछ जगहों से रिपोर्ट आ भी गई है। जहां पर सर्वे का काम धीमी गति से चल रहा है। वहां तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।

डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ