ठंड के बाद अब गर्मी देने लगी दस्तक

-संक्रामक रोग का बढ़ने लगा खतरा

- नगरवासियों ने नगर निगम को पत्र लिख फागिंग कराने की मांग

GORAKHPUR:

ठंड के बाद अब गर्मी ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। इसके चलते शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है। इनसे फैलने वाले संक्रामक रोगों को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। इन दिनों वायरल फीवर व मलेरिया ने भी अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है। नगरवासियों ने नगर निगम से सिटी के विभिन्न वार्डो में डीडीटी छिड़कवाने एवं फागिंग कराए जाने की मांग की है।

गर्मी का तेवर बढ़ने के साथ बढ़ने लगे मच्छर

जैसे.जैसे गर्मी के तेवर बढ़ रहे हैं। वैसे.वैसे मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है। महानगर की बाहरी कॉलोनियों में रह रहे लोग इनके आतंक से परेशान हैं। मुख्य नगर में भी मच्छरों का आतंक है। रात में हल्की ठंड और दिन में तेज धूप ऐसे मौसम में जहां अपच और डायरिया जैसे रोग पनपते हैं। वहीं मलेरिया और वायरल फीवर भी लोगों को सताता है। यदि मच्छरों का प्रकोप अगर इसी तरह बढ़ता रहा तो संक्रामक रोग लोगों को अपनी चपेट में ले सकते हैं।

फागिंग कराने की नगर निगम की जिम्मेदारी

महानगर के 70 वार्डो की साफ-सफाई व फागिंग की व्यवस्था नगर निगम की जिम्मेदारी है। दवाओं के छिड़काव से लेकर फागिंग तक निगम करवाता है। वर्तमान में निगम के पास छोटी और बड़ी मिलाकर 74 फागिंग मशीन है। सूत्रों की मानें तो इसमें से एक दर्जन मशीनें खराब है। उधर, नगर निगम का दावा है कि हर समय मुहल्लों में फागिंग कराई जाती है। मगर हकीकत यह है कि महानगर के ज्यादातर वार्डो में फागिंग होती ही नहीं है। सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।

दवा छिड़काव व फागिंग कराने की मांग

जिला अस्पताल हो या फिर निजी अस्पताल सभी जगह रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अधिकांश लोग मलेरिया के अलावा वायरल फीवर से पीडि़त हैं। इनमें बच्चें भी शामिल हैं। नगरवासियों ने नगर निगम प्रशासन से नगर में डीडीटी का छिड़काव एवं फागिंग कराए जाने की मांग की है।

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छोटी फागिंग मशीन---70

बड़ी फागिंग मशीन ---04

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एक मार्च से अभियान चलाकर वार्डो में फागिंग कराया जाएगा। इसके लिए अलग-अलग टीमें बनाई जाएगी। साथ ही दवाइयों का भी छिड़काव करवाया जाएगा।

मुकेश रस्तोगी मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम