- आयुर्वेद चिकित्सालय में नहीं आ रहे मरीज, ओपीडी पड़ी खाली

- आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी व योगा के डॉक्टर्स करते हैं इंतजार

GORAKHPUR: कोरोना पेंडमिक से पहले जिला अस्पताल के आयुर्वेद चिकित्सालय की ओपीडी में प्रतिदिन 80-90 की मरीजों का इलाज हो रहा था। वहीं अब यहां आने से मरीजों ने मुंह फेर लिया है। अब यहां महज 20-30 मरीज ही दिखाने के लिए पहुंच रहे हैं। डॉक्टर टाइमली पहुंचकर सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक इंतजार करते रहते हैं। वहीं कंपाउंडर भी दवा का पैकेट तैयार कर मरीजों की राह तक रहे हैं। डॉक्टर्स की मानें तो कोरोना के खौफ की वजह ऐसा हो रहा है। जिम्मेदारों की मानें तो कुछ मरीज आते भी है, तो उन्हें दवा दे दी जाती है।

एलोपैथ में जबरदस्त भीड़

जिला अस्पताल के एलोपैथ दवा से इलाज के लिए ओपीडी में इन दिनों मरीजों की जबरदस्त भीड़ है। कोई ऐसा दिन नहीं है कि 1400-1600 मरीजों को डॉक्टर न देख रहे हों, लेकिन बगल में आयुर्वेदिक चिकित्सालय की ओपीडी में सन्नाटा पसरा हुआ है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने जब योगा के डाक्टर संतोष गुप्ता से मरीजों के आने के बारे में जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि मरीज बहुत कम हो गए हैं। आयुर्वेद चिकित्सक डॉ। संजय त्रिपाठी ने बताया कि गैस्ट्रो, लीवर में पेन, आंत में स्वेलिंग, गठिया, किडनी में स्टोन आदि के मरीजों का तांता लगा रहता था, लेकिन कोरोना पेंडमिक के वजह से मरीज की संख्या बेहद कम है। प्रतिदिन 80-90 मरीज आ जा जाते हैं। उन्होंने बताया कि 17 जनवरी से 21 जनवरी तक करीब 150 मरीज आयुर्वेद पद्धति से दिखाने वाले थे।

फैक्ट फीगर

आयुर्वेदिक चिकित्सालय में पहले प्रतिदिन आते थे मरीज - 90-100

इन दिनों आने वाले मरीजों की संख्या - 10-20

कुल डॉक्टर की संख्या - 4

कुल कंपाउंडर की संख्या - 2

ओपीडी की टाइमिंग - सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक

मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। आयुर्वेद चिकित्सालय में मरीजों की संख्या में कमी आई है। इसके लिए पब्लिक को जागरुक किया जाएगा। ताकि मरीजों की संख्या बढ़ सके।

डॉ। सुधाकर प्रसाद पांडेय, सीएमओ