- डबल मर्डर केस में अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होने से फूटा पब्लिक का गुस्सा

- बसों और गाडि़यों में तोड़फोड़ से घंटों हलकान रहे राहगीर

GORAKHPUR: डबल मर्डर के 72 घंटे के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल काटा। पुलिस पर मामले को रफादफा करने का आरोप लगाकर लोगों ने रामनगर कड़जहां में देवरिया हाइवे जाम कर दिया। प्रदर्शन शुरू होने के करीब एक घंटे के बाद धरने पर बैठे लोगों को समझाने-बुझाने पहुंची पुलिस पर आरोप लगाकर लोगों ने पुलिस पर चूडि़यां फेंकी। फिर अचानक सीओ से भिड़ने के बाद पथराव करने लगे। लाठी-डंडा से लैस परिजनों और उनके समर्थन में आए लोगों ने खूब उत्पात मचाया। हाइवे पर गुजर रही रोडवेज की चार बसों में तोड़फोड़ की। सीओ कैंट और एसएचओ खोराबार की गाड़ी पर पथराव किया। कई लोगों की कारें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। बवाल बढ़ने पर पिपराइच, झंगहा, चौरीचौरा, कैंट थाना सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता, एसपी सिटी डॉ। कौस्तुभ सहित अन्य पुलिस अधिकारी पहुंचे। पुलिस ने लाठी चार्ज करके करीब ढाई घंटे के बाद आवागमन शुरू कराया। पथराव में शामिल लोगों को हिरासत में लेने के लिए मोहल्ले में पहुंची पुलिस को भी लोगों ने खदेड़ लिया। घटना में सीओ कैंट, सीओ चौरीचौरा सहित कई पुलिस कर्मचारी घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन में प्रदर्शन करने, सड़क जाम करने, तोड़फोड़ करने, पुलिस कर्मचारियों पर हमला करने के मामले में भी कार्रवाई की जाएगी। वीडियो और फोटो के जरिए आरोपितों की पहचान होगी।

पहले फेंकी चूडि़यां फिर सड़क से उठाकर पत्थर

रविवार को रामनगर कड़जहां निवासी चचेरे भाइयों कृष्णा और दिवाकर की झंगहा एरिया में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के दूसरे दिन पोस्टमार्टम के बाद डेड बॉडी लेकर घर पहुंचे परिजनों ने सड़क पर प्रदर्शन किया था। तब संतकबीर नगर जिले के सांसद के भाई भी मौके पर पहुंचे थे.तब जल्द से जल्द अभियुक्तों को अरेस्ट करने का आश्वासन देकर पुलिस ने भीड़ को शांत कराया। बुधवार की दोपहर करीब ढाई बजे दिवाकर के परिजनों सहित अन्य लोग सड़क पर आ गए। लोगों ने आरोप लगाया कि रुपए लेकर पुलिस मामले को रफादफा करना चाहती है। साढ़े तीन बजे के आसपास खोराबार पुलिस पहुंची लेकिन लोग नहीं माने। सीओ कैंट सुमित शुक्ला फोर्स के साथ पहुंचे तो जाम में शामिल लोगों ने चूडि़यां फेंकनी शुरू कर दी। पुलिस के समझाने पर उग्र लोगों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए हमले से पुलिस भाग खड़ी हुई। लोगों ने सीओ कैंट, एसएचओ खोराबार की जीप में तोड़फोड़ की। रोडवेज की बसों और राहगीरों की कारों पर पथराव किया।

अचानक पथराव पर भाग खड़ी हुई पुलिस

लॉकडाउन के कारण ट्रेन से लौटे पैंसेजर को लेकर बसें देवरिया की ओर जा रही थीं। अचानक हुए पथराव से यात्री परेशान हो गए। पत्थर लगने से चीख-पुकार मच गई। कुछ लोगों की मदद से पुलिस ने यात्रियों को सुरक्षित निकाला। कार में सवार लोग व्हीकल छोड़कर भाग खड़े हुए। इसकी सूचना पाकर एसएसपी अतिरिक्त फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस ने लाठी चार्ज करके लोगों को खदेड़ दिया। बवाल में शामिल लोगों की तलाश करने गांव में गई फोर्स को दोबारा मोर्चा संभालना पड़ा। त्वरित कार्रवाई में पुलिस ने घटना में शामिल 10 लोगों को हिरासत में ले लिया। अन्य को पकड़ने की कोशिश में लगी रही। इस दौरान सीओ कैंट, सीओ चौरीचौरा सहित कई पुलिस कर्मचारी भी चोटिल हुए। बसों में सवार महिलाओं, बच्चों को पत्थर लगे। हालांकि बाद में पुलिस की सख्ती से आवागमन सामान्य हो गया।

पुलिस कर रही कार्रवाई तो कौन करा बवाल

रविवार को हुए डबल मर्डर में पुलिस ने चश्मदीद मुकेश को हिरासत में ले लिया है। उसके साथ ही कृष्णा और दिवाकर झंगहा में दावत पर गए थे। वहां कुछ लोग पहले से मौजूद थे। दावत के दौरान हुई हत्या के दूसरे दिन मुकेश ने बेलीपार में सरेंडर कर दिया। उसे हिरासत में लेकर झंगहा और क्राइम ब्रांच की टीम पूछताछ करके जानकारी जुटाती रही। घटना में शामिल शूटरों की जानकारी पुलिस को मिल चुकी है। उनकी तलाश में पुलिस की टीमें दबिश भी दे रही हैं। लेकिन इसके बाद भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस मान रही है कि कुछ लोग अपने निजी स्वार्थो के कारण पीडि़त परिवार के परिजनों को उकसाकर बवाल करा रहे हैं। ऐसे लोगों को भी चिन्हित करके कार्रवाई की जाएगी।

वर्जन

पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर महिलाएं और पुरुषों ने सड़क जाम कर दिया था। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया तो उन लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। रोडवेज की बसों में तोड़फोड़ की। पुलिस के साथ ही कई राहगीरों की गाडि़यां तोड़ दीं। पथराव में कई लोग घायल हो गए। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। इस मामले में कुछ लोगों को अरेस्ट किया गया है। उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।

सुमित शुक्ला, सीओ कैंट