- उलेमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमजान हेल्प लाइन पर लोगों को मिल रही है मदद
GORAKHPUR: उलेमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमजान हेल्प लाइन नम्बरों पर मंगलवार को सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने नमाज, रोजा, जकात, फित्रा, एतिकाफ, शबे कद्र आदि के बारे में सवाल किए। उलेमा-ए-किराम ने कुरआन-ए-पाक व हदीस-ए-पाक की रोशनी में जवाब दिया।
सवाल : क्या औरतें फातिहा दे सकती हैं? (नौशीन फातिमा, खोखर टोला)
जवाब : हां। इसमें कोई हरज नहीं। (मुफ्ती अख्तर हुसैन)
सवाल : लॉकडाउन में तरावीह नमाज किस तरह पढ़ें? (शहाबुद्दीन, छोटे काजीपुर)
जवाब : मौजूदा सूरत हाल में जो लोग जमाअत में शामिल नहीं हो सकते वो घर पर तन्हा नमाजे तरावीह अदा करें। (कारी मो। अनस रजवी)
सवाल : क्या तरावीह की रकातों में आखिरी की दस सूरतें पढ़ना लाजिम है? (तौहीद अहमद, पटवारी टोला)
जवाब: नहीं। तरावीह की रकातों में कोई भी सूरह पढ़ सकते हैं। (हाफिज रहमत अली)
सवाल : नाफ (नाभि) में तेल डालने से रोजा टूट जाएगा? (अलाउद्दीन, पहाड़पुर)
जवाब : नहीं। नाफ में तेल डालने से रोजा नहीं टूटता। (मुफ्ती मो। अजहर शम्सी)