- रमजान हेल्प लाइन पर लोगों को मिल रहे हैं सवालों के जवाब

- तंजीम उलेमा अहले सुन्नत की ओर से जारी किया गया है हेल्पलाइन नंबर

GORAKHPUR: तंजीम उलेमा-ए-अहले सुन्नत की ओर से जारी 'रमजान हेल्प लाइन नंबर' पर बुधवार को कॉल आती रहीं। लोगों ने रोजा, नमाज, जकात, सदका-फित्रा व तरावीह की नमाज आदि के बारे में सवाल किए। उलेमा-ए-किराम ने शरीयत की रोशनी में जवाब दिया। इस दौरान लोगों को जवाब से सुकून मिला और उन्होंने उलेमाओं का शुक्रिया अदा किया।

सवाल: सैनिटाइजर गेट से गुजरते वक्त भाप नाक से अंदर चली जाए तो रोजे का क्या हुक्म है? (शहाब, छोटे काजीपुर)

जवाब: अगर दरवाजे से गुजरते हुए अपने कसद व इरादे के बगैर, गैर अख्तियारी तौर पर भाप नाक से अंदर चली जाए तो उससे रोजा फासिद नहीं होगा। सैनिटाइजर गेट से गुजरते हुए एहतियात की जरूरत है कि अगर हो सके तो उन चंद लम्हों के लिए सांस को रोक कर गुजरना चाहिए या फिर मुंह को मास्क या कपड़े के जरिए से ढंक लेना चाहिए ताकि भाप अंदर दाखिल न हो सके। (मुफ्ती मो.अजहर शम्सी)

सवाल: क्या शुगर के मरीज के लिए रमजानुल मुबारक के रोजे छोड़ने की इजाजत है या नहीं? (गुफरान, रहमतनगर)

जवाब: अगर कोई शख्स शुगर की बीमारी की वजह से कमजोर और जईफ हो गया है और उसके लिए रोजा रखना मुश्किल है तो इस बीमारी की वजह के रमजानुल मुबारक का रोजा न रखना जायज होगा। लेकिन जब तक सेहत की तवक्को है फिदया देना काफी नहीं होगा। सेहतमंद होने के बाद कजा लाजिम होगी और अगर सेहत की उम्मीद नहीं और बीमारी भी खत्म नहीं हो रही और मौत तक शिफा होने की उम्मीद भी नहीं तो उस सूरत में फिदया देना दुरुस्त होगा। (मुफ्ती खुर्शीद अहमद मिस्बाही)

सवाल: क्या औरत का अपने बच्चे को दूध पिलाने से रोजा फासिद हो जाएगा या नहीं? (मेहरून निशा, इलाहीबाग)

जवाब: रोजे के दौरान अपने बच्चे को दूध पिलाने से रोजा फासिद नहीं होता, क्योंकि दूध पिलाने से कोई चीज अंदर नहीं र्ग बल्कि बाहर आयी है और किसी चीज के बाहर आने से रोजा फासिद नहीं होता है। (मुफ्ती अख्तर हुसैन)

सवाल: कुत्ते के काटने के बाद जो इंजेक्शन लगाया जाता है या ड्रिप चढ़ाया जाता है तो क्या इससे रोजा टूट जाता है? (शाहिद नबी, एमएसएआई इंटर कॉलेज, बक्शीपुर)

जवाब: कुत्ते के काटने का इंजेक्शन नाफ में लगाया जाता है मगर उससे रोजा नहीं टूटता है क्योंकि इंजेक्शन के जरिया दवा जौफे मेदा में नहीं पहुंचती और ड्रिप चढ़ाने से भी रोजा नहीं टूटता। (मुफ्ती मो। अजहर शम्सी)

सवाल: रोजे की हालत में अगर मिर्गी के रोगी को दौरा पड़ जाए तो क्या रोजा टूट जाएगा? (सद्दाम, मौलवीचक)

जवाब: रोजा नहीं टूटेगा। (मुफ्ती अख्तर हुसैन)