गोरखपुर (ब्यूरो)। त्योहारों से पहले एक और झटका आमजन खास तौर पर गृहिणियों को लगा। पेट्रोलियम कंपनियों ने घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के रेट में 15 रुपए का इजाफा किया है। इस प्रकार गोरखपुर में बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमत 962 रुपए हो गई है । इसके अतिरिक्त प्याज के रेट भी 50 रुपए प्रतिकिलो हो गए । महंगाई का आलम यह है कि अप्रैल से लेकर अभी तक पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में करीब 18 बार और रसोई गैस के दामों मे 5 बार बढ़ोतरी हो चुकी है । महंगाई बढऩे से बजट पूरी तरह से बिगड़ चुका है । अतिरिक्त जेब ढीली होने के के कारण पब्लिक परेशान है और सरकार से राहत की उम्मीद कर रही है । जबकि विपक्षी दलों ने महंगाई के महाविस्फोट पर सरकार को आड़े हाथों लिया है।

पेट्रोल पहली बार 100 पार

पेट्रोलियम कंपनियों ने मंगलवार देर रात पेट्रोल-डीजल के साथ ही 14.2 किलोग्राम के नॉन सब्सिडी रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में फिर से इजाफा कर दिया। गोरखपुर में पहली बार पेट्रोल की कीमत 100 रुपए के पार पहुंची है। साधारण पेट्रोल 100.10 रुपए और स्पीड पेट्रोल 103 रुपए प्रति लीटर बिका। जबकि डीजल 91.93 रुपए प्रति लीटर हो गया।

रसोई गैस में बढ़े 15 रुपए

बुधवार को घरेलू रसोई गैस की कीमतों में 15 रुपए का इजाफा हो गया। पेट्रोलियम कंपनियों ने 14.2 किलोग्राम के नॉन सब्सिडी गैस सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी कर दी। गैस एजेंसी संचालकों की मानें तो इससे पहले 1 सितंबर को कंपनियों ने रसोई गैस की कीमत 25 रुपए तक बढ़ाई थी। साल 2021 में अप्रैल से अब तक करीब 5 बार रसोई गैस की कीमतों में इजाफा हुआ है। गोरखपुर में अब नॉन सब्सिडी रसोई गैस सिलेंडर का रेट 962 रुपए हो गया है। पहले रेट 947 रुपए थे।

एक नजर में कब-कब बढ़े पेट्रोल-डीजल के रेट (रुपए प्रति लीटर में)

डेट पेट्रोल डीजल

1 अप्रैल 88.82 81.24

15 अप्रैल 88.70 81.10

15 मई 90.23 83.38

31 मई 91.68 85.59

15 जून 93.69 87.73

30 जून 96.03 89.64

15 जुलाई 98.68 90.32

31 जुलाई 98.98 90.32

15 अगस्त 98.97 90.30

31 अगस्त 98.68 89.40

15 सितंबर 98.40 89.11

30 सितबंर 98.84 90.31

1 अक्टूबर 99.08 90.67

2 अक्टूबर 99.32 90.67

3 अक्टूबर 99.32 90.97

4 अक्टूबर 99.57 91.27

5 अक्टूबर 99.81 91.57

6 अक्टूबर 100.10 91.93

इस प्रकार के बढ़े गैस के रेट (14.2 किलोग्राम का नॉन सब्सिडाइज सिलेंडर)

1 अप्रैल - 871.50

1 जुलाई - 897

17 अगस्त - 922

1 सितबंर - 947

6 अक्टूबर - 962

पेट्रोलियम प्रोडक्ट का मूल्य देश में अंतरराष्ट्रीय बाजार के हिसाब से तय होता है। पूरी दुनिया में पेट्रोलियम प्रोडक्ट का मूल्य बढ़ रहा है। इस कारण अपने देश में भी इसकी मूल्य वृद्धि हो रही है। पेट्रोलियम ट्रेंड से जुड़े लोग खुद इससे प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि उनकी लागत और खर्चे बढ़ रहे हैं। आने वाले दिनों में भी अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि अभी राहत मिलने की उम्मीद बेहद कम है।

- राजन शाही, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश पेट्रोलियम ट्रेंडर्स एसोसिएशन

पेट्रोल-डीजल की लागत लगातर बढ़ रही है पर कमीशन पिछले 2 साल से नहीं बढ़ा है। लागत तो बढ़ रही है, जिसका असर हम पर भी पड़ता है। अगर पेट्रोल-डीजल का दाम बढ़ रहा तो कमीशन भी बढऩा चाहिए। वैसे दाम न बढ़ें तो ही ठीक है।

संजय कुमार अग्रवाल, गोरखपुर ऑटो सर्विस

अगस्त में दो बार रसोई गैस के दाम बढ़े। ऐसे में रसोई गैस की डिमांड 7 से 8 प्रतिशत कम हुई है। बढ़ते दाम को देखकर लोग दूसरे ऑप्शन की ओर चले गए हैं। इसमें इलेक्टिकल चूल्हा भी एक ऑप्शन है।

उमेश मणि त्रिपाठी, सुशीला गैस

पेट्रोल के बढ़ते दामों का असर पूरे महीने के बजट पर पड़ता है, इन दामों का असर राशन और सब्जी में दिखाई देने लगा है। 100 रुपए के पेट्रोल में शहर का एक चक्कर भी पूरा नहीं लग पाता।

सोनू चौहान

महंगाई से बुरा हाल है। रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर सरकार का नियंत्रण होना चाहिए। ऐसे में घर का बजट भी बिगड़ जाता है।

सिंधु देवी, रुस्तमपुर