झंगहा डबल मर्डर में आरोपी पहले भी कर चुके हैं वारदात

पुलिस की जांच से खुलती जा रही अपराध की परत दर परत

झंगहा एरिया में दो युवकों को नाइन एमएम पिस्टल से ताबड़तोड़ गोली मारकर मर्डर के मामले में पुलिस ने आरोपितों को चिह्नित कर लिया है। कत्ल और साजिश में 12 से अधिक लोगों के नाम सामने आए हैं। घटना से जुड़े मुख्य आरोपियों और साजिशकर्ताओं की तलाश में पुलिस की टीमें गोरखपुर, महराजगंज और बस्ती जिलों में कनेक्शन तलाश रही है। आरोपितों का जुड़ाव प्रभावशाली नेताओं से हैं। एक कद्दावर जनप्रतिनिधि के लिए वह काफी दिनों से काम करते रहे हैं। उनकी मनबढ़ई और रसूख के आगे लोकल पब्लिक शिकायत की हिम्मत नहीं जुटा पाती थी। सरेआम फायरिंग, पिटाई और मनबढ़ई की घटनाएं उनके लिए आम बात हैं। घटना में इस्तेमाल नाइन एमएम पिस्टल भी नेता के करीबियों ने उपलब्ध कराए थे। एसपी सिटी और एसपी नार्थ, सीओ कैंट, चौरीचौरा और सीओ क्राइम की टीम बनाकर एसएसपी ने जल्द से जल्द आरोपियों को अरेस्ट करने का निर्देश दिया है। हमलावरों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। शुक्रवार को भी पुलिस अधिकारियों की मीटिंग बुलाई गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना में शामिल लोगों के अलावा अभियुक्तों को संरक्षण देने के मामले में भी कार्रवाई होगी। गैंग रजिस्टर्ड कर शामिल युवकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

साजिशकर्ताओं से मिलीभगत की आशंका में बवाल

झंगहा एरिया के बरगदवां में नदी किनारे के राम नगर कड़जहां निवासी दिवाकर और कृष्णा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोपहर में शराब की दावत के बहाने उनको कुरमौल का मुकेश बुलाकर ले गया था। दोपहर में करीब ढाई बजे हमलावरों ने दोनों को नाइन एमएम पिस्टल से गोली मार दी। पोस्टमार्ट में सामने आया कि दोनों को छह-छह गोली मारी गई थी। घटना के विरोध में बुधवार को पब्लिक ने रामनगर कड़जहां में जाम लगाकर प्रदर्शन किया। जाम खत्म कराने पहुंची पुलिस पर उपद्रवियों ने जमकर पथराव किया। देवरिया रोड से प्रवासी नागरिकों को लेकर देवरिया जा रही रोडवेज की बसों में तोड़फोड़ किया। पुलिस और राहगीरों की कार के शीशे तोड़ डाले। सख्ती बरतकर पुलिस ने लोगों को शांत कराया। इस मामले में छह नामजद सहित करीब डेढ़ लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। घटना की जांच में पता लगा कि दोनों युवकों के मर्डर की साजिश रचने वाले लोकल हैं। लोगों ने झंगहा एसओ पर आरोप लगाया कि रुपए लेकर पुलिस इस मामले को डायवर्ट करना चाहती है। इस वजह से पब्लिक ने प्रदर्शन किया।

रसूखदार के खिलाफ मिले सबूत, तलाश में पुलिस

पुलिस की छानबीन में पता लगा कि व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर मनबढ़ों का गुट एक्टिव था। किसी भी तरह के विवाद के बाद इस ग्रुप के लोग पहुंच जाते थे। दुकानदारों से मारपीट करने, भूमि पर कब्जा कराने और रात में हाइवे पर छिनैती और लूट को अंजाम देने में इस व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्यों की सक्रिय भूमिका रही है। अलग-अलग गुटों में बंटे मनबढ़ों के बीच वर्चस्व को लेकर टशन भी चल रही थी। इसमें एक गुट के लोगों को एक नेता के लिए काम करने वाले लोकल रसूखदार का संरक्षण मिल रहा था। पुलिस की जांच में सामने आया है कि उसके इशारे पर वारदात को अंजाम दिया गया। इसके पूर्व भी खुद ही वह कई लोगों पर गोलियां चला चुका है। किसी के साथ मारपीट तो आम बात हो गई थी। एक दशक से अधिक समय से एक्टिव रसूखदार और उसके भाई की तलाश में पुलिस जुटी है। वारदात में उसकी भूमिका के पुख्ता सबूत पुलिस को मिल चुके हैं। वह एक नेता के लिए लंबे समय से काम करता है। एक प्रधान पर भी पुलिस की निगाहें टेढ़ी हुई हैं।

दो एसपी की मानीटरिंग, तीन सीओ की टीम

डबल मर्डर में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी, साजिश का पर्दाफाश करने के लिए एसपी सिटी और एसपी नार्थ की अगुवाई में टीमें काम कर रही हैं। दोनों अफसर कार्रवाई की मानीटरिंग करेंगे। सीओ कैंट, सीओ चौरीचौरा और सीओ क्राइम प्रवीण सिंह की अलग-अलग टीमें अभियुक्तों की तलाश में जुटी है। पुलिस की अलग- अलग टीमों ने क्या काम किया है। इसकी समीक्षा के लिए रोजाना मीटिंग बुलाई जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि जल्द अभियुक्तों को अरेस्ट कर लिया जाएगा। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद अन्य कई मामलों के पर्दाफाश की संभावना है।

पुलिस की अलग-अलग टीमें कार्रवाई में जुटी हैं। कुछ लोगों को चिह्नित किया गया है। घटना में उनके शामिल होने की पुष्टि हो चुकी है। अभियुक्तों को संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। गैंग रजिस्टर्ड कर सभी पर शिकंजा कसा जाएगा।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी