- किडनैपिंग और मर्डर सहित कई मामलों में कार्रवाई

- पुलिस तैयार कर रही फाइल, डीएम से लेंगे परमिशन

GORAKHPUR: जिले में अपहरण, मर्डर और फायरिंग की सनसनीखेज घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। पिपराइच एरिया में 14 साल के बच्चे की किडनैपिंग करके उसके परिजनों से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगने, फिर बच्चे का मर्डर करके डेड बॉडी फेंक देने के मामले में जल्द ही एनएसए की कार्रवाई हो जाएगी। मुख्य आरोपितों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत फाइल तैयार होकर डीएम ऑफिस पहुंच चुकी है। दो अन्य मामलों में भी एनएसए के तहत कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी।

बच्चे को किडनैप करके किया मर्डर

जुलाई माह में बदमाशों ने पिपराइच, जंगल छत्रधारी के मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्ता के बेटे बलराम का अपहरण कर लिया। इसके बाद महाजन को फोन करके एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। बाद में 20 लाख रुपए लेकर बदमाशों ने उसे छोड़ने का वादा किया, लेकिन इस बीच बदमाशों ने 14 साल के बच्चे का मर्डर कर दिया। बोरे में उसकी डेड बॉडी भरकर जंगल तिनकोनिया नंबर दो के पास फेंक आए। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित सहित 10 लोगों को अरेस्ट किया। इस सनसनीखेज वारदात से पुलिस महकमा हिल उठा। इसलिए घटना में शामिल आरोपितों के खिलाफ एनएसए लगाने के संबंध में निर्देश दिए गए। इस प्रकरण में घटना की साजिश रचने, बच्चे का अपहरण, मर्डर करने और फिरौती के लिए फोन करने में अहम भूमिका निभाने वालों के खिलाफ एनएसए लगाने की प्रक्त्रिया पूरी हो चुकी है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि एनएसए की फाइल डीएम ऑफिस में पहुंच चुकी है। जल्द ही डीएम की मुहर लग जाएगी।

क्या है एनएसए?

पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा में बाधा डालने वालों पर नकेल कसने के लिए एनएसए लगाया जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम-1980, देश की सुरक्षा के लिए सरकार को अधिक शक्ति देने से संबंधित एक कानून है। अगर सरकार को लगता कि कोई व्यक्ति कानून-व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में उसके सामने बाधा खड़ा कर रहा है तो वह उसे एनएसए के तहत गिरफ्तार करने का आदेश दे सकती है। साथ ही, अगर उसे लगे कि वह व्यक्ति आवश्यक सेवा की आपूर्ति में बाधा बन रहा है तो वह उसे एनएसए के तहत गिरफ्तार करवा सकती है।

इन मामलों में भी तैयारी

केस एक: शाहपुर में टीचर मर्डर कांड

शाहपुर एरिया में कुख्यात त्रिभुवन सिंह अपने साथी दीपक नेभानी संग मिलकर चेन लूटने की कोशिश की। इस दौरान उसने गवर्नमेंट स्कूल में टीचर डेविना मेजर की गोली मारकर हत्या कर दी। त्रिभुवन के हमले में टीचर की बेटी भी घायल हो गई। इस वारदात से पूरे शहर में कई दिनों तक सनसनी फैली रही। घटना के बाद रंजिश की बात सामने आने पर तीन लोगों को नामजद किया गया, लेकिन बाद में सामने आया कि लूट के लिए शातिर बदमाशों वारदात की है तो पुलिस उनकी तलाश में जुट गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया।

केस दो: दिन दहाड़े फायरिंग, मारपीट और हमले का मामला

कैंट एरिया में सिघडि़यां से लेकर मोहद्दीपुर तक मनबढ़ों के दो गुटों जमकर उत्पात मचाया था। वर्चस्व की लड़ाई में दो गुटों के बीच सड़क पर फिल्मी स्टाईल में मारपीट हुई। एक दूसरे पर कार चढ़ाने, फायरिंग करने और पिटाई करने की घटना से सरेराह सनसनी फैली। सीएम सिटी में हुई वारदात का खौफ लोगों के चेहरों पर नजर आने लगा। इस मामले में दोनों गुटों के 15 से अधिक आरोपियों को पुलिस अरेस्ट करके जेल भेज चुकी है। इस मामले में भी एनएसए लगाने का संकेत पुलिस अधिकारियों ने दिया था।

कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। विभिन्न मामलों में शामिल रहे आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी