- सीसीटीवी फुटेज का स्क्रीन शॉट फेसबुक, व्हाट्सएप पर खोजे जा रहे चोर-लुटेरे और हत्यारोपी

- पूर्व की घटनाओं में जन सहयोग से पुलिस को मिल चुकी है कामयाबी

- राजघाट एरिया के पांडेयहाता में लूटपाट और गगहा मर्डर मे पुलिस हलकान

GORAKHPUR: जिले में वांटेड बदमाशों की तलाश जारी है। सभी पैंतरे फेल होने के बाद पुलिस ने अब सोशल मीडिया को हथियार बनाया है। इससे उन्हें काफी कामयाबी भी मिली है, जिसके बाद सोशल मीडिया के जरिए शातिरों की तलाश तेज हो गई है। इसमें एरियाज में लगा सीसीटीवी काफी मददगार साबित हुआ है, जिसके जरिए पुलिस को अपराधियों की इमेज मिल जा रही है। गगहा एरिया के रितेश मौर्या मर्डर कांड में शामिल बदमाशों की तलाश में भी पुलिस ने सोशल मीडिया पर सीसीटीवी फुटेज जारी किया है। फोटो और वीडियो के आधार पर सूचना देने वाले को पुलिस 25 हजार रुपए का इनाम देगी। राजघाट एरिया में अमृतसर के ज्वेलरी कारोबारी संग 45 लाख रुपए कीमत की ज्वेलरी लूट के मामले में भी फुटेज के सहारे छानबीन चल रही है।

सोशल मीडिया के हथियार से वार

पूर्व में किसी घटना के सामने आने पर पुलिस उसमें शामिल लोगों की पहचान छिपाने की कोशिश करती थी। इस वजह से पुलिस को लंबे समय तक अपराधी की तलाश में इधर-उधर भटकना पड़ता था, लेकिन हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो फुटेज वायरल होने से पुलिस को उनकी पहचान में मदद मिली है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया से सभी जुड़े हैं। पहले इनाम जारी होने पर बदमाशों के पोस्टर लगाए जाते थे। अब फेसबुक, व्हाट्सएप और ट्वीटर के जरिए तलाश की जा रही है। पुलिस की कोशिश है कि जगह-जगह पब्लिक की मदद से सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए जाएं, जिससे किसी भी बदमाश को पकड़ने में मदद मिल सके। राजघाट एरिया में लूटपाट में शामिल दो बदमाशों की तलाश में लगी पुलिस सोशल मीडिया का सहारा ले रही है।

क्या होता है फायदा

- सोशल मीडिया पर ज्यादातर लोग एक्टिव है।

- फोटो और फुटेज वायरल होने पर ज्यादा लोगों तक पहुंचता है।

- बदमाशों की फोटो देखकर लोग आसानी से पहचान लेते हैं।

- पहचान उजागिर होने पर पुलिस को सूचना देकर पब्लिक मदद करती है।

- आधा दर्जन से अधिक मामलों में सफलता मिलने पर पुलिस इसे हथियार बना चुकी है।

गगहा मर्डर में 25 हजार का इनाम

भाजपा नेता रितेश मौर्या के मर्डर में शामिल बदमाशों की तलाश में पुलिस ने शनिवार को सीसीटीवी फुटेज जारी किया है। सीसीटीवी फुटेज में घटनास्थल पर मौजूद अज्ञात व्यक्ति को देखकर उसकी पहचान बताने की अपील की गई है। पुलिस का कहना है कि सूचना देने वाले का नाम और पता गोपनीय रखा जाएगा। पुलिस की तरफ से उसे 25 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा।

इन नंबरों पर दे सकते हैं सूचना

एसपी साउथ - 9454401055

सीओ बांसगांव - 9454401414

स्वाट टीम प्रभारी, सादिक परवेज- 8299527574

एसओ गगहा - 9454403509, 9260936057

सीसीटीवी फुटेज की मदद से हुई गिरफ्तारी

05 मार्च 2021: शाहपुर एरिया में किशोरी से गैंग रेप के मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपितों को अरेस्ट किया। किशोरी के परिचित सहित पांच आरोपित पकड़े गए थे।

14 फरवरी 2021: कोतवाली एरिया के दो मंदिर में 12 फरवरी और 31 जनवरी को चोरी हुई। इसके अलावा रामगढ़ताल एरिया के दो मंदिरों में चोर ने वारदात को अंजाम दिया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस पहचान करके चोर को अरेस्ट कर लिया।

21 जनवरी 2021: महराजगंज के ज्वेलरी कारोबारियों को चेकिंग के बहाने बस्ती में तैनात दरोगा और सिपाहियों ने लूट लिया था। जांच के दौरान आरोपितों के व्हीलर की फुटेज नौसढ़ में मिली। ट्रैफिक पुलिस के सीसीटीवी से वीडियो निकालकर पुलिस ने चार घंटे के भीतर ही आरोपितों को दबोचकर नकदी बरामद कर ली। इसके पूर्व 29 दिसंबर 2020 को शाहपुर एरिया में ज्वेलरी कारोबारियों से कस्टम अधिकारी बनकर लूटपाट करने वालों की तलाश में सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को कामयाबी मिली थी।

02 अक्टूबर 2020: शाहपुर एरिया में चेन लूटने की कोशिश में कुख्यात त्रिभुवन सिंह ने विकासनगर बरगदवां के रहने वाले दीपक कुमार, नेपाल के कपिलवस्तु बुलेडिहवा अकबरुद्दीन और जेवरात खरीदने वाले दुकानदार गोरखनाथ थाना क्षेत्र के पुराना गोरखपुर के रहने वाले अमर जायसवाल को गिरफ्तार किया था। सीसीटीवी फुटेज के जरिए ही त्रिभुवन और उसके साथी पहचान हुई।

13 अक्टूबर 2020: गोरखपुर में घूम-घूमकर ज्वेलरी चमकाने के बहाने महिलाओं के गहने उड़ाने वाले गैंग को पुलिस ने अरेस्ट किया। सीसीटीवी फुटेज जारी होने के बाद पब्लिक ने उनको पहचान लिया। खोराबार में एक महिला और उसके पति ने दो शातिरों को पकड़कर पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पूरा गैंग पकड़ा जा सका।

वर्जन

गगहा मर्डर में शामिल अज्ञात बदमाशों की तलाश में पुलिस टीम लगी है। संदिग्ध की सीसीटीवी फुटेज जारी की गई है। सोशल मीडिया के जरिए बदमाशों की पहचान करने में मदद मिल रही है। पब्लिक की सूचना को गोपनीय रखते हुए इनाम भी दिया जाएगा।

जोगेंद्र कुमार, डीआईजी-एसएसपी