- एसएसपी के आदेश से हांपे थानेदार, कहां से जुटाएं जानकारी

- थानों पर रिकार्ड नहीं दुरुस्त, एसएसपी के इंस्पेक्शन में मिली खामी

GORAKHPUR: जिले में 10 साल में एक्टिव रहे चोर, लुटेरों, उचक्कों सहित अन्य बदमाशों की लिस्ट भी न तैयार करने पाने वाली पुलिस को 3 दिनों में यह लिस्ट अपडेट कर देनी है। नई लिस्ट तैयार कराकर पुलिस की टीमों को मोहल्लावार जाकर वेरीफिकेशन करना है। इसमें कोताही बरतने वालों पर कार्रवाई की तलवार लटकी है। शहर के नए कप्तान का यह फरमान आने के बाद थानेदारों की हालत खराब हो गई है। बरसों से धूल फांक रही फाइलों को जहां खंगाला जाने लगा है, वहीं सोर्सेज को दौड़ाकर लिस्ट अपडेट करने की कोशिशें भी होने लगी हैं।

सीओ के साथ एसएचओ देंगे दबिश

जिले में अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लेकर लेकर एसएसपी ने फरमान जारी किया है कि टॉप 10 के बदमाशों के घर दबिश पड़ती रहनी चाहिए, जब तक कि उनकी गिरफ्तारी नहीं हो जाती है। थाना के टॉप 10 बदमाशों के घर सीओ की मौजूदगी में एसएचओ, एसओ की टीम दबिश देने पहुंचेगी। इसका जिक्र बाकायदा जीडी में होगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि किसी तरह की सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर जाकर निरीक्षण करना है। इसमें कोई लापरवाही मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पीडि़तों को जल्द मिले न्याय

एसएसपी ने सभी थानों में पुराने मुकदमों की विवेचना जल्द से जल्द पूरी करने के भी निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि पीडि़तों को जल्द से जल्द न्याय मिले, इसलिए पुलिस उसी हिसाब से काम करना शुरू कर दे। हाल के दिनों में थानों के इंस्पेक्शन के दौरान क्रिमिनल्स से संबंधित रिकॉ‌र्ड्स दुरुस्त न होने पर एसएसपी ने बुधवार की रात लंबा-चौड़ा जारी किया। ऑनसेट आकर एसएसपी ने कहा है कि इसमें किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।

एसएसपी ने दिए यह निर्देश

- लॉक डाउन के दौरान दर्ज आईपीसी 188 के मुकदमों का तीन दिनों के भीतर 100 प्रतिशत निस्तारण किया जाए।

- पुलिस कर्मचारियों के अवकाश के संबंध में आदेश का पालन किया जाए। किसी के अबसेंट होने पर एसओ तत्काल उससे बात करें।

- ड्यूटी पर न आने की वजह को जीडी में दर्ज किया जाए। साथ ही इसकी सूचना तीन दिन के भीतर हेड क्लर्क को मुहैया कराएं।

- अबसेंट पुलिस कर्मचारियों को नियमानुसार सवाल-जवाब करते हुए परमिशन देकर कार्य स्थल पर भेजें।

- सभी थानों पर आफिस और कैंपस के रख-रखाव के लिए प्रदान किए गए बजट से किए गए कार्य के संबंध में संस्तुति के लिए सीनियर आफिरी को पत्र भेजें।

- इंस्पेक्टर में सभी थानों के सक्रिय अपराधियों की लिस्ट नियमानुसार नहीं मिली। इसलिए 10 साल के भीतर हुई लूट, छिनैती, चोरी, डकैती सहित अन्य अपराधों में शामिल बदमाशों की लिस्ट तीन दिन में तैयार करके उसका वेरीफिकेशन कराएं।

थानों के निरीक्षण के दौरान जो भी कमियां पाई गई हैं। उनको दूर करने के संबंध में निर्देश दिए गए हैं। 10 साल से एक्टिव बदमाशों की अपडेटेड लिस्ट बनाने को कहा गया है। इसके आधार पर उनका वेरीफिकेशन कराया जाएगा। अनुशासनहीनता के मामलों में विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित है।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी