गोरखपुर (ब्यूरो)। जानकारी के मुताबिक, देवरिया जिले के जद्दू परसिया निवासी 22 वर्षीय धीरज कुशवाहा पिछले साल अक्टूबर माह में राजकीय पॉलिटेक्निक में 3 वर्षीय प्लास्टिक मोड टेक्नोलॉजी कोर्स का प्रवेश लिया था। वह पॉलिटेक्निक परिसर स्थित हॉस्टल के फस्र्ट फ्लोर के कमरे में 4 स्टूडेंट्स के साथ रहकर पढ़ाई करता था। सोमवार को धीरज पढऩे नहीं गया था। एक स्टूडेंट 2 दिन पहले अपने गांव चला गया है। करीब 3 बजे दोनों पढऩे के बाद कमरे पर पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी प्रयास के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो वार्डन और हॉस्टल के अन्य स्टूडेंट्स को जानकारी दी।

तौलिया के सहारे फंदे से लटक रहा था शव

जिसके बाद वार्डेन ने पॉलिटेक्निक प्रशासन और शाहपुर पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस दरवाजा तोड़ा तो छात्र का शव तौलिया के सहारे फंदे से लटक रहा था। पुलिस ने कमरे की जांच पड़ताल करने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। खुदकुशी की वजह क्लियर नहीं हो पाई है। आशंका जाहिर की जा रही है कि फस्र्ट सेमेस्टर एग्जाम में सभी विषय में फेल होने पर स्टूडेंट ने आत्मघाती कदम उठाया है। इस सम्बंध में शाहपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि प्रथम दृष्टया आत्महत्या है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज कर जांच की जा रही है।

बैक लगने से परेशान हो गया था धीरज

पॉलिटेक्निक के स्टूडेंट्स ने बताया कि फस्र्ट सेमेस्टर का रिजल्ट आने के बाद पता चला कि वह 6 विषय में फेल है। धीरज इसको लेकर हमेशा परेशान रहता था। वहीं दूसरे सेमेस्टर का एग्जाम 12 जून से होना है। रविवार को डेट शीट जारी होने की जानकारी धीरज को हुई थी। इस घटना से पॉलिटेक्निक के स्टूडेंट और टीचर हतप्रभ हैं। टीचर्स ने बताया कि पॉलिटेक्निक में पास होने के लिए कई ऑप्शन है। फेल होने पर फिर से उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन कराया जा सकता है। उसके बाद 3 साल के अंदर जिस विषय में फेल हुए हैं उसका दोबारा एग्जाम दिया जा सकता है।