गोरखपुर में चल रही पोस्टर वार

पिछले कुछ दिन से गोरखपुर में राजनीतिक पार्टियों के बीच पोस्टर वार तेज हो गई है। शहर में कई अन्य पोस्टर लगाकर अपने नेता को नायक और अन्य को खलनायक बनाने में लगे हुए हैं। कुछ दिन पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी पोस्टर लगाकर प्रदर्शन किया था, जिसमें राहुल गांधी को सिंघम बनाया गया था, जबकि सीएम अखिलेश के साथ एएमआईएम के ओवैसी, मायावती को राहुल गांधी के चरणों में दिखा गया था। इस मामले में एएमआईएम की तरफ से कांग्रेस के जिला महासचिव के खिलाफ कोतवाली थाने में तहरीर भी पड़ी थी।

सीएम पद की दावेदारी

2014 के बाद से भाजपा व अन्य हिन्दू संगठन के लोग जो योगी आदित्यनाथ से जुड़े हुए हैं। वह सोशल मीडिया पर योगी आदित्यनाथ को सीएम पद के लिए प्रोजेक्ट कर रहे हैं। साथ ही उन्हें कैंडिडेट घोषित करने के लिए अभियान चला रहे हैं। ऐसे में रविवार को जब अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य गोरखपुर आने वाले थे, तो भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने यह पोस्टर लगाकर प्रदेश अध्यक्ष को यह संदेश देने की कोशिश की है।

शेर की सवारी करने वाला संत नहीं हो सकता है। शहर के ऐसे युवाओं को ऐसे लोगों से सर्तक होकर रहना चाहिए। भाजपा पहले ही मानसिक रूप से विकलांग हो गई थी। अब शहर के अल्पसंख्यक युवाओं को बहला-फुसलाकर नफरत की आग में झोंकना चाह रही है।

डॉ। सैय्यद जमाल अहमद, जिलाध्यक्ष कांग्रेस

भाजपा का यह पोस्टर उसके मानसिक दिवालियेपन का प्रतीक है। भाजपा जिस संस्कृति को बचाने का काम करती है, उसी संस्कृति में दूसरे का अपमान कर रही है। अपने इसी कुप्रयास से भाजपा की लुटिया डूबेगी।

ब्रजेश कुमार, बसपा

भाजपा हिंसा और दंगा में विश्वास करती है, इसलिए उस पार्टी के नेता शेर की सवारी पसंद करते हैं। हमारी पार्टी और हमारे नेता गरीबों और गरीबों के बीच में रहते हैं, इसलिए हम साइकिल की सवारी करते हैं।

डॉ। मोहसिन खां, जिलाध्यक्ष सपा