-एरिया में बढ़े बिजली डिमांड के कारण 33 केवी मोहद्दीपुर व खोराबार उपकेंद्र ओवरलोड

-ओवरलोड कम करने के लिए बिछिया और दिव्यनगर में जमीन मांग रहा बिजली निगम

-लगभग ढाई करोड़ की लागत से बनने हैं नए उपकेंद्र

<-एरिया में बढ़े बिजली डिमांड के कारण फ्फ् केवी मोहद्दीपुर व खोराबार उपकेंद्र ओवरलोड

-ओवरलोड कम करने के लिए बिछिया और दिव्यनगर में जमीन मांग रहा बिजली निगम

-लगभग ढाई करोड़ की लागत से बनने हैं नए उपकेंद्र

GORAKHPUR:

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सिटी के मोहद्दीपुर और खोराबार उपकेंद्र को आवरलोड से अभी तक मुक्ति नहीं मिल पाई है। पिछले छह माह से पॉवर कॉरपोरेशन द्वारा नए उपकेंद्र के लिए जमीन तलाशी जा रही थी। लेकिन कॉरपोरेशन अब नगर निगम से फ्री की जमीन मांग रहा है। इसके लिए चीफ इंजीनियर ने कमिश्नर से भी मुलाकात की है। वहीं, पांच-पांच एमबीए के दो उपकेंद्र बनाने में करीब ढाई करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।

बिछिया और दिव्यनगर एरिया में अधिक कंज्यूमर्स होने की वजह से मार्च माह में नए कनेक्शन नहीं दिए जाने पर पाबंदी लगा दी गई थी। जिसके बाद अफसरों ने नया उपकेंद्र बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए कॉरपोरेशन को डेढ़ हजार स्क्वायर फीट जमीन की दरकार है। हालांकि पहले विभाग ने जमीन सर्किल रेट पर खरीदने का निर्णय लिया था। अब नगर निगम से फ्री में जमीन मांग रहा है। लेकिन अभी तक जमीन नहीं मिल पाई है।

क्भ् हजार को मिलेगा फायदा

नया उपकेंद्र बनने से सिटी के करीब क्भ् हजार कंज्यूमर्स को राहत मिलेगी। उन्हें फाल्ट और लो वोल्टेज की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा। लेकिन विभाग के फ्री जमीन मिलने की उम्मीदों के चलते आज भी लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

नो ट्रिपिंग जोन का दावा फेल

महानगर में बिछिया और इंजीनियरिंग कॉलेज स्थिति दिव्यनगर को नो ट्रिपिंग जोन बनाने में जमीन का लोचा है। इसी का नतीजा है कि इस एरिया के लोगों को भीषण गर्मी से दो-चार होना पड़ रहा है।

वर्जन

नए उपकेंद्र बनाने के लिए जमीन को लेकर कई बार आला अफसरों के साथ मीटिंग हो चुका है। इस संबंध में ऊर्जा मंत्री को भी अवगत कराया गया है। नगर निगम से फ्री में जमीन मांगी गई है। जमीन मिलने के बाद कार्य चालू कर दिया जाएगा।

ई। यूसी वर्मा, एसई शहर