गोरखपुर (ब्यूरो)। नगरीय विद्युत मीटर परीक्षण खंड ने मीटर संकट से निपटने के लिए मांग पत्र एसई के माध्यम से पूर्वांचल एमडी को भेजी है। अभियंताओं का कहना है कि

आगामी 15 दिन में नए बिजली मीटर आ जाएंगे। 100 से 150 मीटर स्टोर में बचे हुए थे। उन्हें झटपट योजना के तहत आने वाले नए कनेक्शनों पर लगा दिया गया। उधर जूनियर

मीटर टेस्टरों का कहना है कि पूर्वांचल एमडी कार्यालय से आई आईडीएफ बिलिंग वाली सूची की जांच के दौरान सैकड़ों कनेक्शनों के मीटर बंद मिले। उन्हें बदलने के लिए मीटर

बदलना आवश्यक है। निगम का स्टोर खाली है। वहां से करीब 15 दिन से एक भी मीटर आवंटित नहीं हुआ। ऐसे में हम सभी ने आईडीएफ बिलिंग वाले कनेक्शनों की जांच बंद कर

दी है। अभियंताओं द्वारा बार-बार दबाव बनाया जा रहा है कि सभी चिन्हित कनेक्शनों की जांच कर रिपोर्ट दें। बिना मीटर बदले रिपोर्ट देने का क्या मतलब है।

डायरेक्टर चल रहे कई कनेक्शन

तारामंडल, दाउदपुर, इन्दिरा नगर क्षेत्र में 15 कनेक्शनों पर लगे मीटरों की सीटी 10 दिन पहले दग गई। कंज्यूमर्स की शिकायत के बाद जांच में प्रकरण सामने आया। मीटर संकट के

कारण किसी का भी मीटर नहीं बदला गया। सभी कनेक्शन डायरेक्ट कर दिए गए है। गनीमत यह है कि इस समय जांच नहीं हो रही है। अन्यथा ये सभी कंज्यूमर बिजली चोरी के

मुकदमें पांबद हो जाते। उधर मोहद्दीपुर , बेतियाहाता व बक्शीपुर क्षेत्र के सुरेश कुमार, नवीन सिंह, मेहताब आलम का कहना है कि उन्होंने मीटर तेज चलने की शिकायत दर्ज कराई।

अभियंताओं ने चेक मीटर लगवाने की सलाह दी। हम सभी ने चेक मीटर की फीस भी जमा कर दी। बावजूद इसके अबतक चेक मीटर नहीं लग पाया है। परीक्षण खंड के कर्मचारियों

का कहना है कि मीटर आने पर ही चेक मीटर लग पाएगा।

वर्जन

परीक्षण खंड के स्टोर व सेण्ट्रल स्टोर में कहीं भी सिंगल फेज मीटर नहीं हैं। करीब 15 दिनों से बिजली मीटर का संकट खड़ा है। कंज्यूमर्स की शिकायत पर क्षेत्र के जेएमटी से जांच

कराई जा रही है। पूर्वांचल एमडी को पत्र लिखकर मीटर मांगा गया है। उम्मीद है कि आगामी 15 दिनों में नए मीटर उपलब्ध हो जाएंगे। मीटर उपलब्ध होते ही शिकायतों का

निस्तारण किया जाएगा।

ई। इंद्रराज यादव, एक्सईएन नगरीय विद्युत मीटर परीक्षण खंड