-बिजली निगम ने अब बनाई वैकल्पिक व्यवस्था, गीडा के दो फीडरों को किया सुरक्षित

-यदि गीडा के फीडर नंबर छह से सप्लाई प्रभावित होने पर फीडर नंबर एक और तीन से मिलेगी सप्लाई

GORAKHPUR: ऑक्सीजन प्लांट के लिए अब बिजली बाधा नहीं बनेगी। बिजली निगम ने ऑक्सीजन प्लांटों के लिए गीडा एरिया के जुडियान फीडर एक और तीन नंबर को सुरक्षित कर लिया है। बरहुआ टांसमिशन 132 में यदि गड़बड़ी आती है तो एफसीआई और खुटहन टांसमिशन से सप्लाई दी जाएगी। वहीं 33 केवी गीडा से तीन फीडर निकलते हैं। फीडर नंबर छह पर ही ऑक्सीजन प्लांट को सप्लाई मिलती है। यदि इस लाइन में गड़बड़ी आती है तो जुडि़या फीडर नंबर एक और फीडर नंबर तीन से सप्लाई दी जाएगी। इमरजेंसी के समय किसी प्रकार की सप्लाई में दिक्कत नहीं आने पाएगी।

ठप हो गया था ऑक्सीजन का उत्पादन

बताते चलें कि एक सप्ताह पहले आंधी पानी की वजह से बरहुआ टांसमिशन 132 और 33 केवी पर आकाशीय बिजली गिरने की वजह से छह घंटें सप्लाई ठप रही है। इसका असर गीडा के ऑक्सीजन प्लाट पर भी पड़ा। इस दौरान 600 सिलेंडर ऑक्सीजन उत्पादन ठप हो गया था। पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के एमडी डॉ। सरोज कुमार के निर्देश पर बिजली निगम ने इमरजेंसी की दशाम में वैकल्पिक व्यवस्था बना ली है। इतना ही नहीं बिजली निगम ने ऑक्सीजन प्लांट मालिकों से भी अपील की है कि वह इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था बना लें ताकि सप्लाई बाधित होने पर नाइन सुचारू रूप से चलती रहे।

ऑक्सीजन प्लांट को रेगुलर सप्लाई देने के लिए अपनी तरफ से तैयार कर ली गई है। इसके लिए दो फीडर को सुरक्षित किया गया है। किसी प्रकार की दिक्कत आती है तो इन फीडरों से सप्लाई चालू कर दी जाएगी।

- सोम दत्त शर्मा, एक्सईएन