- सिटी के स्कूलों में क्लास 9वीं से 12वीं तक की शुरू हुई क्लासेज

- स्कूलों में नहीं हैं सेनेटाइजर के टनल

- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रियलिटी चेक का लोगो लगाएं

GORAKHPUR:

गवर्नमेंट ऑर्डर पर खुले स्कूलों में रौनक लौट आई है। 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों में पहुंचने वाले बच्चे भी खुश हैं। पर कोविड प्रोटोकॉल पर अलग-अलग नजारे देखने को मिल रहे हैं। दो शिफ्ट में चल रहे स्कूलों में कहीं 'दो गज दूरी और मास्क है जरूरी' नियमों का पालन दिख रहा है तो कुछ स्कूलों में एक ही बेंच में तीन-तीन बच्चे बैठे नजर आए। कुछ स्कूलों के गेट पर सेनेटाइजर और रजिस्टर देखने को मिला। कुछ जगह यह खानापूर्ति भर नजर आया। मंगलवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रियलिटी चेक में कई चौंकाने वाले नजारे सामने आए।

ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में चल रहीं क्लासेज

16 अगस्त से स्कूल खुल गए हैं। दो शिफ्ट में पढाई शुरू हो चुकी है। वहीं कुछ स्कूलों में ऑड एंड इवेन रोल नंबर के फार्मूले पर बच्चों की क्लासेज संचालित की जा रही हैं। वहीं कुछ पेरेंट्स अभी भी बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं। स्कूल संचालकों की मानें तो पेरेंट्स पर कोई दबाव नहीं है, क्योंकि ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड से बच्चों के सिलेबस पूरे किए जाएंगे। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रियलिटी चेक में सिटी के स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल पर और सख्ती बरतने की जरूरत नजर आई।

एचपी चिल्ड्रेन एकेडमी: बच्चों को दूर-दूर बैठाया

सिविल लाइंस स्थित एचपी चिल्ड्रेन एकेडमी में मेन गेट पर सिक्योरटी गार्ड थे। गार्ड के पास टेबल पर रजिस्टर और सेनेटाइजर रखा मिला। स्कूल डायरेक्टर अनन्य प्रताप शाही ने बताया, स्कूल में कोविड प्रोटोकॉल के तहत सुचारू रूप से व्यवस्था की गई है और क्लासेज में बच्चों को सोशल डिस्टेसिंग के तहत बैठाया जा रहा है।

आरपीएम एकेडमी: कोविड प्रोटोकॉल का रख रहे ख्याल

आरपीएम एकेडमी में मेन गेट पर थर्मल स्कैनर, सेनेटाइजर मिला। उसके बाद सिक्योरिटी गार्ड ने रजिस्टर पर डिटेल्स लेने के बाद प्रिंसिपल से मुलाकात कराई। प्रिंसिपल लता द्विवेदी ने बताया, कोविड प्रोटोकॉल के सारे रूल्स फॉलो किए जा रहे हैं। बच्चों को कोविड प्रोटोकॉल के तहत दो शिफ्ट में बुलाया जा रहा है। सारे नियमों का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है।

स्प्रिंगर लोरेटो ग‌र्ल्स स्कूल: ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में क्लास

स्प्रिंगर लोरेटो ग‌र्ल्स स्कूल की डायरेक्टर रीमा श्रीवास्तव ने बताया, ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में बच्चों को पढ़ाने की सुविधा दी गई है। पेरेंट्स की स्वीकृत के बाद ही उन्हें बुलाया जा रहा है। स्कूल की तरफ से कोई दबाव नहीं बनाया जा रहा है।

एमपी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज: एक बेंच पर तीन-तीन बच्चे

एमपी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज के मेन गेट पर एक रजिस्टर और सेनेटाइजर की छोटी सी स्प्रे बॉटल रखी मिली, जिसमें सेनेटाइजर बेहद कम था। वहीं, एडमिशन के लिए आफिस में पेरेंट्स और बच्चे वेट करते हुए नजर आए। हालांकि, सभी के चेहरे पर मास्क मिला। लेकिन क्लास रूम में एक बेंच पर तीन-तीन छात्राएं बैठे मिलीं। जबकि मौके पर कर्मचारियों ने सेनेटाइजर से भरे गैलेन को दिखाया।

एमजी इंटर कॉलेज: ऑड-ईवेन से बुला रहे बच्चे

बैंक रोड स्थित एमजी इंटर कॉलेज में मेन गेट पर रजिस्टर और सेनेटाइजर स्प्रे बॉटल मिली। क्लासेज में बच्चे सोशल डिस्टेसिंग के तहत क्लास में बैठे मिले। 11वीं क्लास के मैथमेटिक्स टीचर डॉ। नन्हें पटेल मिले। उन्होंने बताया कि बच्चों को सोशल डिस्टेसिंग के तहत बेंच पर बैठाया जा रहा है। ऑड एंड ईवेन रोल नंबर के एकॉर्डिग बच्चों को दो शिफ्ट में बुलाया जा रहा है।

आरपीएम एकेडमी: बच्चों की सेहत का रखते हैं ख्याल

ग्रीन सिटी स्थित आरपीएम एकेडमी में बच्चे सोशल डिस्टेसिंग के तहत क्लास रूम में बैठे हुए नजर आए। वहीं मेन गेट पर बच्चों को प्रॉपर थर्मल स्कैनर और सेनेटाइजेशन के बाद ही एंट्री दिए जाने की बात कही गई। प्रबंधक अजय शाही ने बताया कि बच्चों की सेहत का पूरा ख्याल रखते हुए कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है।

स्कूलों के लिए कोविड प्रोटोकॉल के नियम

- शनिवार और रविवार को छोड़कर पांच दिन क्लास लगेंगी।

- स्कूलों को दो पालियों में चलाया जाएगा।

- पहले शिफ्ट की क्लास सुबह 8 से 12 बजे तक, दूसरे शिफ्ट की क्लासेज दोपहर 12.30 से शाम 4.30 बजे तक चलेंगी।

- क्लास 9वीं, 10वीं, 11वीं व 12वीं के 50 प्रतिशत पहले शिफ्ट और 50 प्रतिशत स्टूडेंट्स को दूसरे शिफ्ट में बुलाएं जाएंगे।

- प्रत्येक दिन स्कूल खोले जाने से पहले प्रत्येक पाली के बाद और सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को सेनेटाइजेशन का कार्य अनिवार्य रूप से किया जाए।

- स्कूलों में सेनेटाइजर, हैंडवॉश, थर्मलस्कैनिंग, पल्स आक्सीमीटर एवं प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

- अगर किसी बच्चे, टीचर या इंप्लाई को खांसी, जुकाम, या बुखार के लक्षण हो तो उन्हें प्राथमिक उपचार देते हुए घर वापस भेज दिया जाए।

- सभी टीचर्स, स्टूडेंट्स व स्कूल के अन्य कर्मियों हैंडवॉश, हैंड सेनेटाइजर कराने के बाद ही स्कूल में प्रवेश दिया जाए।

- स्कूल में एक से अधिक प्रवेश द्वार हों, तो उनका उपयोग सुनिश्चित किया जाए।

- स्टूडेंट्स स्कूल बसों या स्कूल से संबंद्ध सार्वजनिक सेवा वाहन से स्कूल आते हैं तो उन वाहनों को प्रतिदिन सेनेटाइज कराया जाए।

- सभी मास्क पहनना अनिवार्य होगा।

वर्जन

स्कूल खुल चुके हैं, कोविड प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा। किसी भी दशा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोविड नियमों के तहत क्लासेज में दूरी बनाकर ही बच्चों को बैठाया जाए। इसका निरीक्षण भी शुरू कर दिया गया है।

ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस