- जल निगम की लापरवाही से करीब 40 हजार लोग परेशान
- अभी तक केवल 15 परसेंट घरों में ही दिया गया कनेक्शन
- कनेक्शन तो दिया पानी आज नहीं दे पाया जल निगम
GORAKHPUR: घर की टोटियां खोलो तो सांय-सांय हवा निकलती है। एक साल से अधिक समय हो गया घरों में पानी का कनेक्शन लिए, लेकिन पानी की एक बूंद का आज तक दर्शन नहीं हुआ। बच्चे तो दिन भर बोतल लेकर उसमें हवा भरते रहते है। पाइप से हमेशा कुछ आवाजें आती हैं तो लगता है कि अब पानी आने ही वाला है, लेकिन अब तक इन सूखी टोटियों से पानी का इंतजार है। यह दर्द सुभाष सिंह के साथ पादरी बाजार इलाके के संगम चौराहे के आस-पास करीब 40 हजार आबादी का है। जिनके घरों में आज तक वॉटर सप्लाई की सुविधा नहीं मिल सकी है। पानी की समस्या से जूझ रहे कालोनी वासियों ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से अपनी प्रॉब्लम शेयर की।
घरों में लग रहे मंहगे मोटर
पादरी बाजार का वार्ड नम्बर 28 का इलाका, जिसे आप पॉश इलाका कह सकते हैं। वहां सुविधाओं के नाम पर यहां का अरेंजमेंट फिसड्डी है। कालोनी वासियों का कहना है कि नगर निगम टैक्स तो पूरा लेता है, लेकिन सुविधा पूरी कभी नहीं देता है। पब्लिक का कहना है कि बिना पानी घर कैसे चलेगा, इसलिए मजबूरी में मंहगे मोटर लगवाना पड़ रहा है। वहीं कई घरों में तो जेट पंप भी लग चुका है।
यहां पर समस्या
भगतपुरवा, शिवपुर शहबाजगंज, मानस बिहार कालोनी, लक्ष्मीपुर चौराहा और व्यास नगर समेत दर्जनों कालोनियों में कनेक्शन के बाद भी पानी नहीं आता है।
-मजबूरी में घर पर लगवा रहे मंहगे मोटर और पंप।
-बाहर से खरीद कर लाते हैं पीने का पानी।
-40 हजार से अधिक आबादी पानी के लिए परेशान।
-15 हजार घरों में कनेक्शन एक साल पहले दिया पानी आज तक नहीं आया।
-बच्चे दिन भर पाइप से खेलते हैं।
-वॉटर सप्लाई के पाइप से निकलती है हवा।
कोट-
पीने का पानी तो डेली बाहर से खरीद कर लाता हूं। घर पर नल है उससे और सारा काम होता है।
महेन्द्र चौहान
इस समस्या से 40 हजार से अधिक लोग परेशान है। लेकिन जल निगम बहुत ही धीरे-धीरे काम कर रहा है।
अनिल कुमार सिंह, पूर्व पार्षद
मैने ठेकेदार को बोला था, लेकिन वो बोलता है कि पेमेंट नहीं हुआ। ऐसे में जहां पर कनेक्शन हो गया है वहां तो पानी देना चाहिए।
सरोज सिंह, पार्षद
सुबह शाम घर पर पानी खरीद कर लाता हूं। टोटियां तो केवल हवा देती हैं। एक साल पहले से लगे पाइप में जाने कब पानी आएगा।
सुभाष सिंह
घर पर पानी का कनेक्शन हुआ तो लगा चलो अब आराम हो जाएगा। लेकिन एक साल हो गए अब तो हम लोग पानी भूल ही गए।
धीरेन्द्र प्रजापति
कई बार कम्प्लेन की गई। यहां तक कि अधिकारी से भी मिलने पर कोई काम नहीं होता है। पानी नहीं देना है तो टैक्स भी ना लें।
सूर्या सिंह
हम लोग एकत्रित होकर पार्षद के साथ जाकर ठेकेदार से मिले, लेकिन उसका कहना है कि जल निगम में जाकर इसकी शिकायत करें।
शेषनाथ चौहान
काफी समय बीत गया तो मोटर लगवा लिया। लेकिन घर के एक कोने में वॉटर सप्लाई का पाइप डेली आवाज करता है, टोटी खोलो तो हवा निकलती है।
सुरेश पांडेय
बच्चे खेलकर कई टोटियां तोड़ भी चुके। लेकिन आज तक इस पाइप से पानी नहीं आया। जब पानी नहीं देना था तो कनेक्शन भी नहीं करना चाहिए।
मदन श्रीवास्तव
घर पर नल लगवा लिया है, लेकिन पीने के लिए पानी खरीकर लाता हूं। घर में वाटर सप्लाई का कनेक्शन है जिससे पता नहीं कब पानी आएगा।
भागीरथी निषाद
काम तेजी से चल रहा है। कोशिश की जा रही है कि एक महीने के अंदर जहां पर कनेक्शन दिया गया है वहां पानी आ जाए।
राजेश विश्वकर्मा, एई, जल निगम