- रमजान हेल्पलाइन नंबर पर सवाल-जवाब का सिलसिला जारी

GORAKHPUR: उलेमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमजान हेल्प लाइन नम्बरों पर रविवार को सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने नमाज, रोजा, जकात, फित्रा आदि के बारे में सवाल किए। उलेमा-ए-किराम ने कुरआन व हदीस की रोशनी में जवाब दिया।

सवाल : क्या मुंह में कोई रंगीन चीज या धागा रखने से रोजा टूट जाएगा? (शम्स आलम, घोसीपुर)

जवाब : मुंह में कोई रंगीन चीज या धागा रखा जिससे थूक रंगीन हो गया और उसे घोंट लिया तो रोजा टूट जाएगा। (हाफिज रहमत अली)

सवाल : चोरी का सामान खरीदना कैसा? (मो। अफरोज, सिधारीपुर)

जवाब : जिस सामान के बारे में मालूम हो कि चोरी का है इसका खरीदना नाजायज है। (मौलाना मो। असलम रजवी)

सवाल : तरावीह की कितनी रकअतें हैं? (अब्दुल, लालडिग्गी)

जवाब : तरावीह की नमाज 20 रकअतें हैं। (मुफ्ती मो। अजहर शम्सी)

सवाल : इस साल सदका-ए-फित्र की रकम कितनी तय की गई है? (ओबैद रजा जीलानी, तुर्कमानपुर)

जवाब : गेहूं के आटे के एतबार से एक इंसान पर 60 रुपए। दौलतमंद हजरात गरीबों की भलाई की नियत से जौ, खजूर व मुनक्के की कीमत मालूम करके उन्हीं के एतबार से सदका-ए-फित्र निकालें। (मुफ्ती मो। अजहर शम्सी)

सवाल : सोने या चांदी में तावीज रखकर पहनना कैसा? (खुर्शीद, इलाहीबाग)

जवाब : सोने और चांदी में तावीज रखकर पहनना नाजायज है और सोने या चांदी पर तावीज खुदा हुआ हो और उसको पहने तो ये और सख्त मना है। (कारी मो। अनस रजवी)

सवाल : आधी आस्तीन की शर्ट पहन कर नमाज पढ़ना कैसा? (महताब अनवर, खूनीपुर)

जवाब : मकरूह है। (कारी मो। अनस रजवी)