गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों पर लोड कम होने से बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा रेलमार्ग पर ट्रेनों की क्षमता और रफ्तार बढ़ेगी। यह संभव होगा तब जब फ्रेट कॉरिडोर की तर्ज पर बनने वाली 85 किमी लंबी थर्ड रेल लाइन से जो गोरखपुर के रास्ते खलीलाबाद से बैतालपुर तक बनाई जाएगी। इस रेल लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे (एफएलएस) की मंजूरी रेलवे बोर्ड ने दे दी है।

रेलवे बोर्ड ने दी मंजूरी

गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर करीब 70 हजार से ऊपर यात्री ट्रेन पकडऩे आते हैैं। वहीं 185 से ऊपर ट्रेनों का आवागमन होता है। स्टेशन पर लोड होने के कारण छावनी व डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन पर घंटों ट्रेन खड़ी रहती है। ऐेसे में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने तीसरी लाइन बिछाने के लिए कवायद शुरु कर दिया है। इसके लिए सर्वे का काम समय से पूरा हो बजट भी आवंटित कर दिया है।

दोनों के लिए बजट जारी

रेलवे बोर्ड ने कुसम्ही से बैतालपुर तक 30 किमी लंबी तीसरी रेल लाइन का सर्वे करने के लिए 59 लाख जबकि जगतबेला स्टेशन पर डाउन लूप लाइन के विस्तार व डोमिनगढ़ से खलीलाबाद तक के लिए 60 लाख रुपए आवंटित किए गए हैं। इसके अलावा 20 किमी लंबे भोजीपुरा-बरेली सिंगल लाइन के सर्वे के लिए करीब 39 लाख का प्रावधान किया गया है।

मालगाडिय़ों के लिए मिल जाएगा एक्स्ट्रा रूट

रेलवे ऑफिस से मिली जानकारी के मुताबिक, बाराबंकी-छपरा वाया गोरखपुर रूट पर तीसरी रेल लाइन बनने से मालगाडिय़ों के लिए अतिरिक्त मार्ग मिल जाएगा, जिससे 25 से बढ़कर 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही मालगाडिय़ां समय से गंतव्य तक पहुंच जाएंगी। मालगाडिय़ों के समय से संचालित होने से यात्री ट्रेनों का संचालन और बेहतर हो जाएगा।

रेलवे बोर्ड ने एनई रेलवे की तीन निर्माण परियोजनाओं के फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए अप्रूवल दे दी है। सर्वे के लिए बजट का आवंटन भी कर दिया है। कुसम्ही-बैतालपुर और डोमिनगढ-खलीलाबाद के बीच तीसरी लाइन के अलावा भोजीपुरा-बरेली लगभग 20 किमी रेल लाइन निर्माण के लिए एफएलएस की अनुमति दे दी है। इन तीनों परियोजनाओं का फाइनल लोकेशन सर्वे उच्च प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।

सीपी चौहान, सीनियर पीआरओ