-रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

-व्यापारियों को सुविधा देने के लिए रेलवे की पहल

रेल प्रशासन पार्सल एवं कार्गो बुकिंग के लिए कई तरह की सुविधाएं मुहैया करा रहा है। इस कड़ी में 139 के माध्यम से माल भेजने एव मंगाने में सहायता प्रदान करने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। गौरतलब है कि 01 जनवरी, 2020 से रेलवे संबंधित सभी हेल्पलाइन सेवाओं को 139 में एकीकृत कर दिया गया है, इंटरैक्टिव वायस रेस्पांस सिस्टम (आईवीआरएस) पर आधारित 139 पर डायल कर विभिन्न भाषाओं में सूचना दी जाती है।

दबाएं बटन ग्राहक सेवा प्रतिनिधि से होगी बात

इसमें सुरक्षा सहायता, चिकित्सा सहायता अथवा दुर्घटना सहायता के लिए 1 दबाना होता है। इसी प्रकार रेल संबंधित पूछताछ के लिए 2, खान-पान हेतु 3, सामान्य शिकायत हेतु 4, भ्रष्टाचार शिकायत के लिए 5, पार्सल एवं माल भाड़े से संबंधित पूछताछ के लिए 6, आईआरसीटीसी द्वारा संचालित ट्रेनों से संबंधित जानकारी के लिए 7, अपने दर्ज शिकायत की जानकारी के लिए 9 तथा ग्राहक सेवा प्रतिनिधि से बात करने के लिए स्टार (*) में दबा कर ग्राहक सेवा प्रतिनिधि से बात कर अन्य जानकारी हासिल की जा सकती है।

इंटरैक्टिव वायरस रेस्पांस सिस्टम में मिलेगी डिटेल्स

इसके तहत इंटरैक्टिव वायस रेस्पांस सिस्टम पर आधारित 139 पर डायल करके पार्सल एवं माल भाड़े तथा परिवहन से संबंधित पूछताछ के लिए 6 दबाना होता है, जिस पर ग्राहक सेवा अधिकारी से बात होती है।

कांटैक्ट कर दी जाती है जानकारी

सूचना के लिए संबंधित पार्सल-माल कार्यालय से काल कनेक्ट कर बात करा दी जाती है, जहां से ग्राहक जानकारी प्राप्त कर सकता है। प्रात: 10 से सायं 6 बजे के एक्स्ट्रा अन्य समय में ग्राहक द्वारा जानकारी मांगने पर रिक्वेस्ट रजिस्टर कर ली जाती है तथा उसे संबंधित रेलवे विभाग को भेज दी जाती है।

तीन घंटे में ग्राहक से मांगी जाती है सूचनाएं

रेलवे का संबंधित विभाग तीन घंटे के अंदर ग्राहक से संपर्क कर मांगी गई, सूचना/सहायता उन्हें देते है। इस प्रकार रेलवे प्रशासन द्वारा पार्सल एवं माल भाड़े से संबंधित सभी सूचनाएं तत्काल बिना भागदौड़ किए ग्राहकों को दी जा रही है।

वर्जन

रेलवे ने माल व पार्सल यातायात को बढ़ावा देने के लिए यह नई सुविधा की शुरूआत की है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। व्यापारी इस नंबर पर डायल कर माल मंगवाने और भेजवाने की बेहतर सुविधा प्राप्त कर सकेंगे।

पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ