गोरखपुर (ब्यूरो)।तो किसी के ट्रेन का टिकट नहीं है, उसका इंतजाम किया जा रहा है। 19 नवंबर से अब तक कुल 22 फॉरेनर्स की समस्याओं का समाधान किया जा चुका है। इनमें जो विदेशों से फॉरेनर्स आए हैैं, वह पुर्तगाल, यूक्रेन, रोमानिया, पोलेंड, इटली, नेपाल, इजराइल व स्पेन देशों से आ रहे हैैं। हेल्प डेस्क पर बैठे कांस्टेबल विवेक सिंह व ब्रिजेश भारती ने कमान संभाली है।

केस 1

पुर्तगाल से आए दो विदेशी महिला फिलिपा व मारिया प्लेटफॉर्म पर घूम रही थी। वह बेहद परेशान थी, उनकी लैंग्वेज कोई समझ नहीं पा रहा था। उन्हें वाराणसी जाना था, लेकिन जब स्टेशन पर किसी ने बताया कि फॉरेनर हेल्प डेस्क पर पहुंच जाएं। वहां आपको हेल्प मिलेगी। तो मौके पर मौजूद हेल्प डेस्क एक्सपर्ट विवेक सिंह ने उन्हें टिकट पर ले जाकर खुद ही टिकट दिलाया, उसके बाद वाराणसी जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में बैठाया।

केस 2

इटली के रहने वाले फॉरेनर अमेंडस डोरा के पास इंडियन करेंसी नहीं थी। वह बेहद परेशान थे। पैसा नहीं होने के कारण वह स्टेशन परिसर में लगे एटीएम में पैसा निकालने के लिए चक्कर लगाते रहे, फिर क्या था। हेल्प डेस्क पर पहुंचने के बाद विवेक ने उन्हें खुद गाड़ी पर बैठाकर सिटी मॉल के सामने स्थित एटीएम मशीन से पैसे निकलवाए फिर वाराणसी जाने वाली ट्रेन में बैठाया।

फॉरेनर्स का बढ़ रहा फ्लो

बता दें, गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर कुल 9 प्लेटफॉर्म पर करीब 70 हजार से अधिक पैसेंजर का आवागमन होता है। करीब 135 से ज्यादा ट्रेनों का संचालन होता है। नेपाल, यूक्रेन, रोमानिया, पोलेंड, इटली, इजराइल व स्पेन समेत दूसरे देशों से फॉरेनर्स गोरखपुर होते ही लुंबिनी, सारनाथ, परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर के लिए जाते हैैं, अक्टूबर से फरवरी तक इनके आने का सिलसिला शुरु हो जाता है। वहीं इनके हेल्प के लिए जीआरपी की तरफ से फॉरेनर हेल्प डेस्क बनाया गया है। जीआरपी एसपी डॉ। अवधेश सिंह के निर्देश पर बनी इस हेल्प डेस्क का सुपरविजन शेष नारायण पांडेय व आदित्य सिंह की निगरानी में संचालन किया जा रहा है।

इन नंबर्स पर कर सकते हैैं फॉरेनर्स कंप्लेंट

- 9454402547

- 9454404411

- रेलवे हेल्प लाइन नंबर 139

- सुबह 8 से रात 8 बजे तक

- रात 8 से सुबह 8 बजे तक

डेट्स - आने वाले फॉरेनर्स की संख्या - देश का नाम

19 नवंबर - 2 - पुर्तगाल

20 नवंबर - 3 - यूक्रेन, रोमानिया, पोलेंड

21 नवंबर - 1 - इटली

22 नवंबर - 5 - नेपाल

23 नवंबर - 9 - नेपाल व इजराइल

24 नवंबर - 2 - स्पेन

कुल - 22 फॉरेनर आए

फॉरेनर्स को काफी दिक्कतें होती थी। उन्हें प्रॉपर ट्रेन की जानकारी नहीं होने से वह भटकते रहते हैैं, लेकिन जब जीआरपी की हेल्प लाइन बनाई गई है। उसके बाद से उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या आने पर समाधान किया जा रहा है।

विजय प्रताप सिंह, थानाध्यक्ष, जीआरपी रेलवे स्टेशन