- गायघाट में गुरुवार रात युवती से मिलने पर हुई थी पिटाई

- पुलिस की सफाई- समय से कराया गया एडमिट, नहीं बच सकी जान

GORAKHPUR:

जिले में एक बार फिर पुलिस की कथित लापरवाही से हिरासत के दौरान युवक की मौत का मामला सामने आया है। रामगढ़ताल एरिया में गुरुवार रात युवती से मिलने गए युवक को पीटकर पब्लिक ने पुलिस को सौंप दिया। शुक्रवार सुबह हालत बिगड़ने पर पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गई। इमरजेंसी में डॉक्टरों ने उसे मृत बताकर बॉडी को मर्चुरी में रखवा दिया। युवक की मौत की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया। युवक के पिता, भाई और भाभी ने उपचार कराने में लापरवाही का आरोप पुलिस पर लगाया। उन्होंने कहा, समय से अस्पताल भेजने पर उसकी जान बच सकती थी। हालांकि, सुबह पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाने वाले परिजन शाम 5 बजे तक अपने बयानों से बदल गए। युवक के पिता की तहरीर पर केस दर्ज करके पुलिस छानबीन में जुटी है।

यह है घटनाक्रम, ऐसे हुई युवक की मौत

- लहसड़ी बरबसपुर निवासी अमर सिंह शिव मंदिर के पुजारी हैं। उनके पांच बेटों में सबसे छोटा गौतम सिंह (20) लहसड़ी में साइकिल मरम्मत का काम करता था।

- गुरुवार रात अचानक वह लापता हो गया। रात में परिजन उसकी तलाश करते रहे। शुक्रवार की सुबह घरवालों को पता लगा कि वह रामगढ़ताल थाने में है।

- सुबह साढ़े आठ बजे गौतम के पिता, भाई और भाभी थाने पहुंचे तो पुलिस ने बताया कि रात करीब 3 बजे में वह गायघाट में चोरी करते हुए पकड़ा गया है।

- घरवालों के सामने उसकी हालत बिगड़ गई। सुबह 10.25 बजे कांस्टेबल कष्णानंद सिंह गौतम को लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे। उसके पिता भी संग गए।

- डॉक्टरों ने गौतम सिंह को मृत घोषित कर दिया। बॉडी को मर्चुरी में रखवा दिया। मौत की सूचना पर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोगों ने पुलिस पर उपचार में लापरवाही करने का आरोप लगाया। हंगामा होने पर पुलिस हरकत में आई।

और परिजनों ने एफआईआर में बताई नई कहानी

मर्चुरी पहुंचकर पुलिस को कठघरे में खड़े करने वाले पिता अमर सिंह ने तहरीर दी। उन्होंने लिखा कि उनका 20 साल का बेटा गौतम किसी काम से गायघाट बुजुर्ग में परशुराम यादव के घर के सामने पहुंचा। तभी परशुराम यादव, उसका बेटा आकाश और मोहल्ले के आठ-10 लोग चोर-चोर कहकर उसे उसे मारने पीटने लगे। मेरा बेटा जब काफी देर तक वापस नहीं आया तो मैं अपने बेटे प्रमोद के साथ, गौतम को खोजते हुए पहुंचा। वहां देखा कि परशुराम यादव, उनका लड़का आकाश और गांव के आठ-10 लोग उसे पीट रहे हैं। हम लोगों ने बीचबचाव किया तो हम लोगों को भी दौड़ा लिया। हम लोगों ने भागकर जान बचाई। एक लोगों ने थाने में सूचना दी। हम पुलिस के साथ उसे अस्पताल ले गए। जहां इलाज शुरू हुआ और डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल ले जाते समय मेरे बेटे की मौत हो गई। घटना भोर में तीन बजे की है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने परशुराम यादव, आकाश यादव और अन्य अज्ञात के खिलाफ मर्डर सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।

पहले भी कठघरे में रही पुलिस

बात चाहे पुलिस हिरासत में मौत की हो या पुलिस की लापरवाही से मौत हुई हो। गोरखपुर पुलिस पर पहले भी कठघरे में रही है। अप्रैल में कोतवाली पुलिस की कस्टडी में अपहरण के आरोपित ने छत से कूदकर जान दे दी थी। इसके पूर्व बांसगांव में पुलिस कस्टडी में पिटाई से घायल हुए किशोर की मौत का मामला सामने आ चुका है।

पुलिस कर्मचारियों के सामने छत से कूदा, चली गई जान

11 अप्रैल 2021: कोतवाली एरिया के छोटेकाजीपुर मोहल्ला निवासी मोहम्मद कैफ को किशोरी के अपहरण के आरोप में पुलिस ने पकड़ा था। उसने बताया कि मोहल्ले में एक शॉपिंग कांप्लेक्स की छत पर पानी की टंकी में तमंचा छिपाकर रखा है। तत्कालीन चौकी इंचार्ज प्रदीप सिंह सहित अन्य पुलिस कर्मचारी उसे लेकर बिल्डिंग की छत पर ले गए। मौका देखकर वह छत से कूद गया। हाइटेंशन लाइन पर गिरने से उसकी मौत हो गई। इस मामले में तत्कालीन चौकी इंचार्ज सहित अन्य पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी।

पुलिस पिटाई से घायल युवक की हुई थी मौत

08 नवंबर 2020 : बांसगांव एरिया के विशुनपुर निवासी शुभम उर्फ सोनू की जेल में मौत के मामले में तत्कालीन एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने कौड़ीराम चौकी के इंचार्ज रहे प्रमोद कुमार शुक्ला को सस्पेंड कर दिया था। शुभम के परिजनों ने आरोप लगाया था कि मारपीट के मामले में लापरवाही बरतते हुए पुलिस ने बेवजह नाबालिग शुभम की पिटाई की थी। इस मामले में तत्कालीन एसएचओ पर भी लोगों ने सवाल उठाए थे।

वर्जन

घर में चोर के घुसने की सूचना पर पीआरवी पहुंची थी। जांच में सामने आया कि युवक अपनी परिचित युवती से मिलने गया था। युवक को लोगों ने पीट दिया था। घायल होने की वजह से उसे तत्काल अस्पताल में एडमिट कराया गया। वहां उसकी मौत हो गई। इस मामले में मुकदमा दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जा रही है। घटना में जो भी शामिल पाए जाएंगे। उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी गोरखपुर