गोरखपुर (ब्यूरो)। नोटिस में सीबीआई ने केस की जांच करने की जानकारी देने के साथ ही रामगढ़ताल पुलिस से सहयोग की अपेक्षा की है। वहीं, इस केस से जुड़े लोगों के बारे में भी सीबीआई जानकारी जुटा रही है। गोरखपुर का यह पहला केस है, जिसमें सीबीआई जांच हो रही है। जांच शुरू होने से जेल में बंद पुलिस कर्मचारी परेशान नजर आने लगे हैं। क्योंकि उनके मददगार भी जांच के दायरे में आएंगे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस की तरफ से सीबीआई का पूरा सहयोग किया जाएगा।

होटल में हत्या का मुकदमा, जेल में आरोपित पुलिस कर्मचारी

27 अक्टूबर की रात रामगढ़ताल एरिया के होटल कृष्णा पैलेस होटल पुलिस की पिटाई के बाद मनीष गुप्ता की मौत के मामले में छह पुलिस कर्मचारियों पर मर्डर का केस दर्ज कराया था। इनमें तीन नामजद और तीन अज्ञात लोग शामिल थे। एसआईटी की जांच में सभी छह पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ एक-एक लाख रुपए का इनाम जारी करके पुलिस ने अरेस्ट किया। सीबीआई जांच में होटल में पुलिस की एंट्री, घायल मनीष को मेडिकल कॉलेज ले जाने, मौत की पुष्टि होने पर बॉडी को मोर्चरी में रखवाने में कई जगह गड़बड़ी मिली है। इस मामले से जुड़े सभी लोगों के बारे में जांच सीबीआई करेगी। सभी पक्षों का बयान, आडियो और वीडियो का परीक्षण सहित अन्य पहलु भी इसमें शामिल किए जाने की संभावना जताई जा रही है।

रामगढ़ताल पुलिस को भेजी गई नोटिस

मामले की जांच के लिए सीबीआई टीम जल्द ही गोरखपुर आ सकती है। इस संबंध में कोई पुलिस अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन रामगढ़ताल पुलिस को नोटिस मिलने के बाद यह तय हो गया है कि जल्द ही जांच के लिए टीम पहुंच जाएगी। नोटिस में सीबीआई ने पूरे सहयोग की अपेक्षा की है। जबकि केस से जुड़े सभी लोगों के बारे में सीबीआई जानकारी जुटा रही है। रामगढ़ताल थाना से लेकर होटल, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग होम सहित कई जगहों पर सीबीआई की टीम पहुंचेगी। घटना की छानबीन होटल से होगी। कानपुर एसआईटी ने भी जांच की शुरूआत होटल से की थी।