- मोरंग, बालू और गिट्टी की रिकॉर्ड महंगाई से आशियाना बनाना मुश्किल

- जिम्मेदार विभाग मूल्यों पर नियंत्रण करने में फेल साबित

GORAKHPUR: मोरंग, बालू और गिट्टी के दामों में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने हस्तक्षेप किया है। उन्होंने मोरंग, बालू और गिट्टी के दामों को तत्काल काबू में लाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन रियलिटी तो यह है कि बिल्डिंग मैटेरियल के दामों में आई तेजी से आम आदमी के आशियाने का सपना टूटने लगा है। वहीं, गवर्नमेंट डिपार्टमेंट के प्रोजेक्ट की रफ्तार भी धीमी पड़ गई है। जून में 70 रुपए प्रति घन फीट में बिकने वाले मोरंग की कीमत 80 से 85 रुपए पहुंच गई है। 22 रुपए घन फीट बिकने वाली बालू 40 रुपए बेचा जा रही है। इतना ही नहीं 72 रुपए घन फीट बिकने वाली गिट्टी के भी भाव बढ़े हैं। इस वक्त 80 रुपए प्रति घन फीट गिट्टी बिक रही है। यही हाल रहा तो लोगों के ख्वाबों का आशियाना हकीकत नहीं बन सकेगा। एक्सप‌र्ट्स की मानें तो खनन में रोक से ऐसे हालात निर्मित हुए हैं। भंडारण से महंगाई और बढ़ गई है।

बालू खनन पर रोक ने बढ़ाई मुश्किल

मौरंग बालू की कीमतें बढ़ने की दो वजहें हैं। पहला सितंबर तक नदियों से बालू खनन पर रोक है, जिसकी वजह से रिजर्व स्टॉक मनमाने रेट पर बिक रहा है। वहीं, दूसरा बिहार से बालू की आवाजाही पर भी रोक है। ऐसे में जो बालू यहां पहुंच रही है। वह अवैध तरीके से आ रहे हैं। यूपी ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन के महामंत्री आरपी सिंह ने कहा, बांदा और हमीरपुर से बालू का उठान कम कीमत पर हो रहा है। लेकिन महंगे डीजल और और आरटीओ की बेवजह की कार्रवाई से कीमतों में इजाफा हुआ है। बिहार का बालू चोरी-छिपे आ रहा है। आदर्श ठेकेदार समिति के अध्यक्ष शरद कुमार सिंह ने कहा, ठेकेदारों पर तेजी से काम करने का दबाव है, लेकिन अधिकारी यह नहीं बता रहे हैं कि शेड्यूल रेट से दोगुनी कीमत पर निर्माण कार्य कैसे होंगे।

बारिश का भी असर

मौरंग-बालू के साथ ही सीमेंट और सरिया की कीमतों में इजाफा से निर्माण कार्य को जारी रखना मुश्किल हो रहा है। मोरंग-बालू पर महंगाई से दिक्कत हो रही है। दुकानदारों से पूछने पर बताया जाता है कि बारिश की वजह से उठाव कम हो रहा है। जिसकी वजह से मूल्यों में वृद्धि हुई है। महंगाई की वजह से निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है। आम जनता को अपना आशियाना बनाना अब मुश्किल हो गया है।

भंडारण पर नहीं ध्यान

सरकार की ओर से मोरंग, बालू और गिट्टी के दामों में हुई बढ़ोतरी को काबू करने के निर्देश दिए गए हैं। माइनिंग डिपार्टमेंट को निरीक्षण कर बढ़ोतरी को कम करने के लिए कहा गया है। भंडारण स्थल की जांच करने के निर्देश हैं, लेकिन गोरखपुर में माइनिंग डिपार्टमेंट का इस ओर ध्यान नहीं है।

एक नजर में दरें

बिल्डिंग मैटेरियल----- जून ------- सितंबर

सफेद बालू 22-25 प्रति घनफीट -- 35-40 प्रति घनफीट

मोरंग 70-75 प्रति घनफीट -- 85-90 प्रतिघन फीट

सरिया 6000-6200 प्रति क्विंटल - 6200-6300 प्रति कुंतल

सीमेंट 390-400 रुपए 400-410 रुपए (50 किलो बोरी)

बिल्डिंग मैटेरियल के दामों के बढ़ जाने से निर्माण कार्य रोकना पड़ा है। अब जब दाम कम होंगे तो इसके बाद कंस्ट्रक्शन वर्क शुरू किया जाएगा।

- सुरेश सिंह, मानस बिहार कॉलोनी

बिल्डिंग मैटेरियल के सामानों पर महंगाई की मार से छह साइट पर काम रोकना पड़ा है। लोगों का कहना है कि बालू की कीमतें कम होने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू होगा।

- रामआसरे, बिल्डर