- कंज्यूमर्स व मीटर रीडर्स की मिलीभगत का बड़ा खेल उजागर

- नए मीटर रीडर्स की रिपोर्ट पर अभियंताओं ने सभी संबंधित के बिजली बिल में स्टोर रीडिंग का पैसा किया चार्ज

अचानक बिजली बिल की राशि बढ़ने से कंज्यूमर्स परेशान

GORAKHPUR: महानगर में डीटीवार बिलिंग से कंज्यूमर्स व मीटर रीडर्स की मिलीभगत का बड़ा खेल सामने आया है। नगरीय मंडल के चारों वितरण खंडों के करीब 350 घरों व दुकानों के मीटर में 5.50 लाख यूनिट रीडिंग स्टोर मिली है। नए मीटर रीडर्स की रिपोर्ट पर अभियंताओं ने सभी संबधिंत के बिजली बिल में स्टोर रीडिंग का पैसा चार्ज कर दिया है। अचानक बिजली बिल की राशि बढ़ने से कंज्यूमर परेशान है। उन्हें अफसोस हो रहा है कि थोड़ी सी बचत के लालच में आकर फंस गए। अब अचानक बिल के मद में बड़ी रकम चुकानी पड़ेगी।

डीटीवार बिलिंग सिस्टम की शुरुआत

पॉवर कारपोरेशन के निर्देश पर इस माह शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में डीटीवार बिलिंग सिस्टम लागू हुआ है। इसमें एक ट्रांसफॉर्मर से जुड़े सभी कनेक्शन पर बिल बनाने के बाद ही दूसरे ट्रांसफॉर्मर पर बिलिंग शुरु होगी। बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडर्स को बीट आवंटित किया गया है। इस बीट आवंटन में बहुत से मीटर रीडर्स को पुराने क्षेत्र से हटाकर नए क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है। नए मीटर रीडर्स ने सभी चारों खण्डों में ट्रांसफॉर्मर वार बिलिंग शुरु की तो पुराने मीटर रीडर्स व कंज्यूमर्स की मिलीभगत से रीडिंग स्टोर का खेल खुलने लगा। अभियंताओं का कहना है कि मीटर रीडर्स के बहकावे में आकर कंज्यूमर्स ने थोड़ी बचत के लालच में मीटर में रीडिंग छोड़कर बिल बनवाना शुरु कर दिया। यही वजह है कि अबतक जितने भी रीडिंग स्टोर वाले मामले सामने आए है। उनके औसतन एक हजार से 5 हजार यूनिट तक रीडिंग स्टोर है। कई मामलों में मीटर रीडर्स ने मीटर बदलवाने की जिम्मेदारी ले रखी थी।

बिलिंग की नई व्यवस्था से काफी कुछ सुधार हुआ है। रीडिंग स्टोर के सैकड़ों प्रकरण सामने आए है। हमारे अभियंताओं ने सभी की रीडिंग सिस्टम में चार्ज कर बिल बना दिया है। हालांकि बिलिंग प्रतिशत कम हो गया है। बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडर्स की निगम विरोधी कार्यप्रणाली भी समाने आने लगी है। उन्हें चिन्हित किया जा रहा है।

ई। यूसी वर्मा, एसई शहर