-डीडीयू में शुक्रवार को शुरू हुआ 14 दिन का रेफ्रेशर कोर्स

-वीसी ने की प्रोग्राम की अध्यक्षता

GORAKHPUR: वर्तमान दौर मार्केट बेस्ट इकोनामी का है। इसमें जिन कोर्सेज की डिमांड होगी, उन्हें डिजाइन करना पड़ेगा। सीबीसीएस और एनईपी के आधार पर कोर्स को अपग्रेड करना होगा और उसी अनुरूप डिप्लोमा कोर्सेज चलाने होंगे। वैश्रि्वक मांग के अनुरूप मिश्रित कोर्स भी बनाना होगा। कोविड महामारी ने हमें ब्लेंडेड मोड ( मिश्रित प्रणाली) ऑफलाइन व ऑनलाइन सिखाया है। ये बातें पुनश्चर्या पाठ्यक्त्रम की अध्यक्षता करते हुए वीसी प्रो। राजेश सिंह ने कही। डीडीयू में यूजीसी- एचआरडी सेंटर व अंग्रेजी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हायर एजुकेशन रीसेंट ट्रेंड्स एंड इनोवेशन इन टीचिंग ऑफ लैंग्वेज एंड लिटरेचर विषय पर शुक्रवार को 14 दिवसीय पुनश्चर्या पाठ्यक्त्रम (रेफ्रेशर कोर्स) के उद्घाटन सत्र सत्र का आयोजन किया गया।

उदयपुर के प्रोफेसर भी हुए शामिल

चीफ गेस्ट उदयपुर यूनिवर्सिटी के समाज विज्ञान व मानविकी की अधिष्ठाता प्रो। सीमा मालिक, मुख्य वक्ता लखनऊ विश्वविद्यालय की अंग्रेजी विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रो। निशि पांडेय तथा स्पेशल गेस्ट बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की अंग्रेजी विभाग की प्रो। अनीता सिंह की मौजूद रही।

देश भर से 40 टीचर्स किया पार्टिसिपेट

समन्वयक प्रो। अजय कुमार शुक्ला ने हिंदी, संस्कृत, उर्दू व अंग्रेजी भाषा के विभिन्न आयामों, नवाचार व वर्तमान प्रवृतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। यूजीसी एचआरडीसी के निदेशक प्रो। हिमांशु पांडे ने पाठ्यक्रम के महत्व व उपयोगिता पर प्रकाश डाला। इस रिफ्रेशर कोर्स में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से 40 शिक्षक प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं। मौके पर प्रो। आलोक कुमार, प्रो। हुमा सब्जपोस, प्रो। सुनीता मुर्मू, प्रो। गौर हरि बेहरा, प्रो। शिखा सिंह, प्रो। अवनीश राय मौजूद रहे।