- खुल गए धर्मस्थल, नए नियमों के तहत मिला प्रवेश

- 76 दिन बाद सोशल डिस्टेंसिंग के साथ श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना

GORAKHPUR: शहर के कई मंदिर सोमवार से शंख की आवाज से गूंजने लगे तो मस्जिदों में अजान और गुरुद्वारों में अरदास होने लगे। पहले दिन सुबह श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा। नए नियमों के तहत, इन जगहों पर मास्क और सेनेटाइजर के इस्तेमाल के अलावा सिर्फ पांच लोगों को ही एंट्री दी गई। ऐसे में मंदिर और गुरुद्वारा परिसर में दो गज की दूरी बनाकर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना और अरदास की। हालांकि सोमवार को मस्जिद में सिर्फ साफ-सफाई के साथ सेनेटाइजेशन किया गया तो वहीं चर्चो में लोग मौजूदा इंतजाम के तहत ऑनलाइन ही प्रार्थना कर सके।

गोरखनाथ मंदिर

लॉकडाउन के 76 दिन बाद सोमवार सुबह 10.30 बजे गोरखनाथ मंदिर खुल जाने के बाद श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचने लगे। एंट्री प्वॉइंट पर ही उन्हें रोक पहले नाम, पता और मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज हुआ। सेनेटाइजर और मास्क के साथ उन्हें एंट्री मिल सकी। श्रद्धालुओं को नियमों का पालन करने की सीख दी गई। नियम के तहत श्रद्धालुओं ने दो गज की दूरी बनाकर प्रतिमा की पूजा-अर्चना की।

हनुमान मंदिर बेतियाहाता

सुबह 8.56 बजे बेतियाहाता स्थित हनुमान मंदिर के कपाट का ताला खुला तो दर्शन करने वाले लोग पहुंचते दिखे। मेन गेट पर गार्ड ने सेनेटाइजर और मास्क वाले लोगों को ही एंट्री दी। मंदिर के पुजारी ने उनसे दूरी बनाकर प्रतिमा से दूर रहने के लिए कहा। बिना घंटी बजाए ही श्रद्धालुओं ने दूर से ही प्रतिमा की पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं को केवल आधे घंटे तक परिसर में रुकने की अनुमति दी गई थी।

काली मंदिर गोलघर

सुबह 6 बजे ही गोलघर स्थित काली मंदिर के बंद दरवाजे का ताला खुल गया। पूजा-पाठ करने वाले श्रद्धालुओं को परिसर में आने से पहले ही नियमों का पालन करने के लिए पुजारी ने कहा। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लोगों ने पूजा-अर्चना की। हालांकि पहले दिन श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम दिखी।

गुरुद्वारा धर्मशाला बाजार

सुबह 9.30 बजे धर्मशाला स्थित गुरुद्वारा में लोग आते दिखे। पांच-पांच की संख्या में लोगों को गुरुद्वारे के अंदर प्रवेश दिया गया। हालांकि कईयों ने मास्क नहीं लगाए थे जिन्हें एंट्री नहीं मिली। गुरुद्वारे में लोगों ने माथा टेककर कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना की।

मस्जिद में भी हुई अजान

पांच-पांच लोगों को ही मस्जिद परिसर में एंट्री मिली। हाजी कमाल अहमद ने कहा कि कोरोना वायरस का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है लिहाजा हमें ज्यादा सावधानियां बरतनी हैं। एहतियाती तदबीर अपनाते हुए मस्जिदों में फर्ज नमाज अदा की। अभी फिलहाल लाल जामा मस्जिद को इंतेजामिया कमेटी के फैसले से आवाम की भलाई के लिए 30 जून तक बंद किया जा रहा है। उन्होंने सभी से अपील की है कि लोग घरों पर ही नमाज अदा करें।