- बड़ी आबादी होती प्रभावित, दिन भर लगता जाम
- हाइवे पर बने चौराहे से आवाजाही में परेशान होती पब्लिक
- ढाले पर पुलिस की तैनाती के बावजूद बनी रहती समस्या
GORAKHPUR: शहर में ट्रैफिक सुधार को लेकर लगातार कोशिशें जारी हैं। बावजूद इसके ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार नहीं आ रहा है। एक तरफ इस प्रॉब्लम के लिए जहां पब्लिक खुद जिम्मेदार है तो दूसरी तरफ लोग दूसरों को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। शनिवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम रुस्तमपुर ढाला पर पहुंचीं। यहां ट्रैफिक की हालत बेहद ही खराब है। पुलिस कर्मचारियों की मौजूदगी के बिना यातायात का संचालन होना पाना संभव नहीं दिखता। इस चौराहे पर पब्लिक के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन को भी शिद्दत से काम करना होगा। आइए जानते हैं कि यहां पर किस तरह की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। क्या उपाय करने से प्रॉब्लम सॉल्व हो सकती है।
खराब सड़क से प्रभावित हो रहा ट्रैफिक
रुस्तमपुर ढाला आजाद चौक पर ट्रैफिक ज्यादा है। पैडलेगंज और नौसढ़ को जोड़ने वाली सड़क पर आजाद चौक से सीधे कचहरी जुड़ता है। करीब दो दर्जन मोहल्लों के अलावा बड़ी संख्या में पब्लिक की आवाजाही होती है। हरिहर प्रसाद दुबे मार्ग खस्ताहाल है। इस वजह से यहां पर ट्रैफिक को लेकर काफी प्रॉब्लम आ रही। स्पीड स्लो होने से लोग चौराहे पर तेजी से नहीं पहुंच पाते। चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल बंद और खुलने के दौरान लोग पीछे रह जाते हैं।
हर कोने पर टेंपो-रिक्शा, कैसे चले लोग?
इस चौराहे पर हर तरफ टेंपो और रिक्शा नजर आया। चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों की मौजूदगी और बगल में पुलिस चौकी होने के बावजूद हर कोने पर टेंपो और रिक्शे वाले आराम से खड़े होकर सवारी भरते हैं। बैट्री रिक्शा से लेकर तेज रफ्तार टेंपो वाले जरा सा इस बात का लिहाज नहीं करते कि उनके पीछे लंबा जाम लग सकता है। लोकल पब्लिक भी उनकी हरकतों से परेशान रहती है।
सड़क की कम चौड़ाई से आ रही प्रॉब्लम
रुस्तमपुर ढाला से आजाद चौक की तरफ जाने वाली सड़क काफी चौड़ी है। यहां पर डिवाइडर भी बने हुए हैं, लेकिन ढाला से कचहरी की तरफ जाने वाली सड़क जिसे हरिहर प्रसाद दुबे मार्ग कहते हैं। वह काफी संकरा है। डिवाइडर बनने से सड़क पहले से ज्यादा सिकुड़ गई है। सड़क के दोनों तरफ इनक्रोचमेंट भी रहता है। आसपास के लोगों का कहना कि सड़क की चौड़ाई कम होने से अक्सर जाम लग जाता है। डिवाइडर तो चौराहे के पास ही है। आगे जाकर मैरेज हाल और सरकारी कालोनी के पास प्रॉब्लम सामने आती है।
इस चौराहे की समस्या का समाधान होना मुश्किल है। टेंपो वालों के लिए स्टापेज बना हुआ है, लेकिन वहां टेंपो नहीं खड़े होते हैं। आप लोग देख लीजिए कि कहां पर टेंपो वाले खड़े हैं। जब तक इसकी व्यवस्था नहीं बनेगी। तब तक प्रॉब्लम सॉल्व नहीं होगी।
रत्नेश्वर पटेल, बिजनेसमैन
यहां पर ट्रैफिक का रस है। काफी भीड़ होती है। सुबह 10 बजे से लेकर 11 बजे तक और शाम को चार बजे से छह बजे तक दिक्कत आती है। रोड को पूरी तरह से क्लीयर रखा जाए तो शायद कुछ राहत मिल सकेगी।
अमन यादव, बिजनेसमैन
यहां पर एक फ्लाई ओवर बनाए जाने की जरूरत है। यह प्रोजेक्ट भी शासन में रखना चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों को खोराबार और अन्य जगहों से लखनऊ की तरफ जाना है। वह लोग बाईपास होकर फोरलेन से आवाजाही करें।
रिंकू गुप्ता, बिजनेसमैन
पब्लिक में ट्रैफिक सेंस काफी जरूरी है। टेंपो और बैट्री रिक्शा वाले ड्राइवर को भी अवेयर करने की जरूरत है। सवारी के चक्कर में वह कभी रोक देते हैं। इससे जाम लगता है।
जवाहर लाल, बिजनेसमैन
सारी व्यवस्था के लिए के लिए सिर्फ प्रशासन ही जिम्मेदार है, ऐसा नहीं है। यहां पर लोग ट्रैफिक नियम मानना नहीं चाहते हैं। यदि लोग थोड़ा-थोड़ा सहयोग करें तब पर भी कुछ राहत मिल जाएगी।
राकेश कुमार, प्रोफेशनल
यहां पर है प्रॉब्लम
- हरिहर प्रसाद दुबे मार्ग पूरी तरह से खराब हो चुकी है। इसलिए ट्रैफिक स्लो रहता है।
- चौराहे पर चारों कोने पर सड़क को ठीक करने की जरूरत है। कोने पर मुड़ने में प्रॉब्लम आती है।
- टेंपो और बैट्री रिक्शा वाले चौराहे और कोने पर सवारी भरते हैं। इससे समस्या आती है।
- सड़क की पटरियों पर इनक्रोचमेंट है। आजाद चौक रोड पर डिवाइडर से सटकर रिक्शे खड़े होते हैं।
- चौराहे पर जगह कम होने से लेफ्ट टर्न की व्यवस्था नहीं बन पा रही है। इससे सभी परेशान होते हैं।
- पुलिस चौकी भी सड़क से बिल्कुल सटे हैं। इससे व्हीकल गुजरने पर प्रॉब्लम आती है।
यहां ऐसे हो सकता है समाधान -
- ट्रैफिक को देखते हुए फ्लाईओवर बना दिया जाए।
- हरिहर प्रसाद दुबे मार्ग की मरम्मत कराया जाए।
- सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण हटवाकर जगह खाली हो।
- टेंपो और बेट्री रिक्शा के लिए स्टापेज निर्धारित हो।
- चौराहे पर सवारी बिठाने और उतारने पर पूरी तरह से रोक लगे।
- ड्यूटी में मौजूद पुलिस कर्मचारी भी सख्ती बरतें।
शहर में जहां पर भी ट्रैफिक को लेकर प्रॉब्लम है। उसके सुधार के लिए पब्लिक का फीडबैक लिया जा रहा है। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सुझाव के आधार पर मौजूदा संसाधनों से जो भी संभव होगा। उसे अमल में लाते हुए पब्लिक को राहत दिलाई जाएगी।
जोगेंद्र कुमार, डीआईजी-एसएसपी