गोरखपुर (ब्यूरो).प्लास्टिक से पॉल्युशन के नुकसान को देखते हुए शासन ने 2018 में प्लास्टिक मिक्स सड़कों के निर्माण का आदेश जारी किया था, ताकि इस्तेमाल में लाए गए प्लास्टिक का इस्तेमाल सड़क निर्माण में कर लिया जाए। इससे न तो नालियां जाम होंगी और न ही पॉल्युशन को क्षति पहुंचने पाएगी। सड़कों की मजबूती भी बढ़ेगी। इसके बाद 2019 में सिटी में दो स्थानों पर एक-एक किमी लंबाई में पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्लास्टिक मिक्स सड़कें बनाई गईं। जांच के बाद शासन ने पाया कि मात्र तारकोल से बनी सड़कों की अपेक्षा ये सड़कें अधिक मजबूत हैं। इसलिए शासन ने सभी जिलों में 10 परसेंट सड़कों के निर्माण में प्लास्टिक मिक्स करने का आदेश जारी किया।

इन सड़कों का भेजा प्रपोजल

प्रांतीय खंड ने बांसगांव-भैंसारानी-बदौली-बरिया मार्ग पर आठ किमी व हाटा-बडग़ो-बाघागाड़ा-तिलसर-कालीपार-पतरा मार्ग पर छह किमी लंबाई में प्लास्टिक मिक्स सड़क बनाने का प्रपोजल भेजा है।

एक किमी। में इस्तेमाल होगा 1.8 टन प्लास्टिक

एक किमी सड़क निर्माण में 1.8 टन प्लास्टिक का इस्तेमाल होगा, जिसकी लागत लगभग 50-60 हजार रुपए है।

कानपुर से खरीदेंगे खराब प्लास्टिक

खराब प्लास्टिक कानपुर से खरीदा जाएगा। इसके प्रयोग से सड़क दो साल ज्यादा चलेगी। अभियंताओं के अनुसार बिना प्लास्टिक मिलाए तारकोल से बनी सड़क की अवधि चार साल होती है। प्लास्टिक मिक्स सड़क की अवधि छह साल होगी। इस सड़क में वाटर रजिस्टेंस पॉवर ज्यादा होगी।

ऐसे मिक्स होगा प्लास्टिक

- प्लास्टिक को मशीन में डालकर उसका बुरादा तैयार किया जाएगा।

- गिट्टी गर्म करने के बाद उसमें बुरादा मिला दिया जाएगा, जो गिट्टी में चिपक जाएगा।

- गिट्टी को सड़क पर बिछाकर उस पर तारकोल डाला जाएगा।

- प्लास्टिक को जलाने पर उससे ऐसी गैसें निकलती हैं, जो वातावरण को प्रदूषित करती हैं। इसलिए प्लास्टिक को सीधे आग के संपर्क में नहीं लाया जाएगा।

जिले में कुल 413 किमी। सड़कों की मरम्मत का प्रपोजल भेजा गया है। इसमें 14 किमी सड़क में प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसका प्रपोजल अलग तैयार किया गया है। स्वीकृति मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

प्रवीण कुमार अग्रवाल, एक्सईएन प्रांतीय खंड, पीडब्ल्यूडी