-बिना मास्क व थर्मल स्क्रीनिंग के रोडवेज बसों में कराई जा रही सफर

-नियमों की उड़ाई जा रही खुली धज्जियां

-बिना मास्क के सफर कर रहे पैसेंजर्स के साथ ड्राइवर

GORAKHPUR: अगर आप रोडवेज की बसों में यात्रा करने जा रहे हैं तो खुद ही जान अपनी जान जोखिम में डालने जा रहे हैं। रोडवेज बसों में सफर करना कोरोना को खुला बुलावा देना हैं। गर्वनमेंट के आदेशों की यहां खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। क्योंकि रोडवेज बसों के ड्राइवर व कंडक्टर न तो मास्क लगा रहे हैं और न ही पैसेंजर्स को ही मास्क को लेकर अवेयर कर रहे हैं। इतना ही नहीं पैसेंजर्स की थर्मल स्क्रीनिंग भी नहीं कराई जा रही है। ऐसे में इन बसों से सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है।

लॉकडाउन में रोडवेज बसों का संचालन ठप रहने के बाद एक जून से फिर से शुरू किया गया है। कोरोना वायरस को लेकर यूपी रोडवेज की ओर से बकायदा गाइडलाइन जारी कर पैसेंजर्स को मास्क लगाना तथा थर्मल स्क्रीनिंग कराना अनिवार्य कर दिया था। लेकिन बसों में इसको लेकर पर्याप्त लापरवाही देखी जा रही है। इसकी हकीकत जानने के लिए रविवार की दोपहर 12.30 बजे दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम रेलवे बस अड्डे पर पहुंची। यहां पर लखनऊ, दिल्ली, मेहंदावल, पड़रौना और देवरिया की बसें पसैंजर्स बैठा रही थी। बिना जांच के ही पैसेंजर्स को बस में चढ़ाया जा रहा था। रिपोर्टर ने बस के अंदर दाखिल हुआ लेकिन रोडवेज का कोई कर्मचारी जांच किसी तरह का जांच करते नहीं दिखा। जबकि रोडवेज के एमडी ने पैसंजर्स को बैठाने से पहले बसों का सेनिटाइजर कराने, पैसेंजर्स को मास्क लगाने तथा थर्मल स्क्रीनिंग कराने के निर्देश दिए है।

सेनिटाइजर मशीन शो पीस

रेलवे बस स्टेशन परिसर में लगा सेनिटाइजर मशीन शो पीस ही बनी हुई है। मशीन में जिम्मेदारों ने सेनिटाइजर ही नहीं डाली थी।

कोट

रेलवे बस स्टेशन पर पहुंचा तो बस खड़ी थी। हमें मेंहदावल जाना है। कंडक्टर ने बिना जांच किए ही बस में बैठा दिया। मेरे पास मास्क भी नहीं था। इस पर भी किसी ने आपत्ति दर्ज नहीं की।

शबनम, पैसेंजर

बस में सवारी करना खतरे से खाली नहीं हैं। रोडवेज कर्मियों की लापरवाही साफ दिख रही है। थर्मल स्क्रीनिंग करने वाला कर्मचारी नदारद है। बस में सफर करना मजबूरी है।

बीके गुप्ता, पैसेंजर

कोरोना काल में पैसेंजर्स को सेफ सफर कराने का दावा किया जाता है। लेकिन बस के एंट्री प्वाइंट पर ही जांच के लिए कोई नहीं मिला। कंडक्टर ने सीधे बस में एंट्री दे दी है।

महेश तिवारी, पैसेंजर

एक तो बस लेट हो गई है। सवारी भरने की होड़ में ड्राइवर और कंडक्टर नियमों को भूल गए हैं। बिना मास्क और थर्मल स्क्रीनिंग के ही बस में यात्रा कराया जा रहा है।

गोविंद, पैसेंजर

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रोडवेज बस के ड्राइवर्स व कंडक्टर्स की कंप्लेन मिली हैं कि वह बसों में बिना मास्क और थर्मल स्क्रीनिंग के पैसेंजर्स को बैठा रहे हैं। इसकी जांच कराई जाएगी। लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

केके तिवारी, एआरएम रेलवे बस स्टेशन