- नगर निगम में 2012 में भाग गई थी कंपनी

GORAKHPUR: नगर निगम में 2012 में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर काम कर रही कंपनी भाग गई थी। कंपनी पर मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद बुधवार को शासन के सीए राजीव अग्रवाल और कंपनी एपीआर के वकील आईपीएस चढ्डा ने मौके का मुआयना किया। इस दौरान नगर निगम के एक्सईएन एसके केसरी, मुख्य सफाई निरीक्षण पीएन गुप्ता भी वहां मौजूद रहे।

ब्लैकलिस्टेड की गई कंपनी

एक्सईएन एसके केसरी ने बताया कि 2010 में जब यह योजना शुरू हुई तो आंध्र प्रदेश की कंपनी एपीआर को कार्य मिला। कंपनी ने कार्य भी शुरू कर दिया। महेसरा प्लांट की जमीन पर मिट्टी भरने का कार्य शुरू किया और शहर के 12 वार्डो में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का कार्य भी शुरू कर दिया। 2012 में कंपनी ने गड्ढे की जमीन बताकर कंपनी भाग गई, उसके बाद नगर निगम ने कंपनी के खिलाफ चिलुआताल में मुकदमा दर्ज कराया। शासन के पास यह मामला पहुंचा तो शासन ने कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया। अब कंपनी के लोग आए थे और मौके का निरीक्षण करके गए हैं। हम लोगों से कोई भी कागज की मांग नहीं किए।