गोरखपुर (ब्यूरो)। व्यापारी ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग महाबीर कॉलोनी निवासी व्यापारी प्रसन्ना जैन ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि तीन माह पूर्व दुर्ग रेलवे स्टेशन पर उनकी मुलाकात देवरिया के पथरदेवा इलाके के नौगांवा निवासी रमायन सिंह पुत्र प्रभुनाथ सिंह से हुई थी। वह उस समय सन्यासी के वेशभूषा में थे। जिसके बाद से वह धार्मिक कार्य के लिए उनसे निरंतर चंदा लेता रहा। एक माह पूर्व रमायन ने मंदिर निर्माण के नाम पर दो लाख नब्बे हजार रुपया अपने बैंक अकाउंट में व्यापारी से दान के रूप में मंगा लिया। एक माह पूर्व दान लेते समय व्यापारी को गोरखपुर बुलाया गया था। इस दौरान व्यापारी की मुलाकात एक होटल में सरदार नामक एक व्यक्ति से मिलाया था।

11 लाख रुपए लेकर दान के लिए बुलाया

व्यापारी ने पुलिस को बताया कि उन लोगों ने उसे फोन कर वृद्धाश्रम के निर्माण के नाम पर दान देने के लिए 11 लाख रुपया लेकर गोरखपुर बुलाया गया था। जिसके बाद गुरुवार को व्यापारी और उनके सहयोगी आठ लाख रुपया लेकर गोरखपुर आए। फोन कर सन्यासी रमायन ने व्यापारी को कैंपियरगंज बुलाया। कैंपियरगंज ओवरब्रिज के नीचे सरदार नामक व्यक्ति मिला। सरदार नामक व्यक्ति व्यापारी को मरचाहे कुटी ले गया। सरदार नामक व्यक्ति ने मंदिर में दर्शन पूजन कराया फिर महंत से मिलवाने की बात कह आश्रम की ओर पैदल ही ले जाने लगा। इस दौरान दो बाइक पर सवार चार लोग आए और व्यापारी के हाथ से आठ लाख रुपए भरा बैग लेकर फरार हो गए। बाइक सवारों के साथ ही सरदार नामक व्यक्ति भी फरार हो गया.

तहरीर मिली है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

- रंजीत सिंह, थाना प्रभारी